
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर हाल ही में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान पहुंचे। इस्लामाबाद के जिन्ना कन्वेंशन सेंटर में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उपप्रधानमंत्री इशाक डार ने उनका स्वागत किया, लेकिन यह दौरा केवल औपचारिकताओं तक सीमित नहीं था।
SCO बैठक में जयशंकर ने सीमा सम्मान और आतंकवाद पर कड़ा संदेश दिया। उन्होंने साफ कहा, “आतंकवाद का खतरा अगर जारी रहा, तो व्यापार की संभावनाएं खत्म हो जाएंगी।” उन्होंने SCO चार्टर के अनुच्छेद 1 की याद दिलाते हुए देशों के बीच आपसी भरोसे, दोस्ती और अच्छे पड़ोसी संबंधों को फिर से मजबूत करने पर जोर दिया।
जयशंकर ने क्षेत्रीय सहयोग की मजबूती के लिए SCO की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि अगर आज की स्थिति को देखें, तो आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद जैसी चुनौतियां और भी गंभीर हो चुकी हैं। अगर पड़ोसियों के बीच विश्वास की कमी और सहयोग की भावना घट गई है, तो इसका आत्मनिरीक्षण करना जरूरी है।
इस्लामाबाद दौरे पर जयशंकर ने भारतीय दूतावास में अर्जुन का पौधा भी लगाया। रात्रिभोज के दौरान उन्होंने चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग और मंगोलिया के प्रधानमंत्री ओयुन-एर्डीन से मुलाकात की। इस अवसर पर एक पाकिस्तानी कलाकार ने भरतनाट्यम भी प्रस्तुत किया, जिसने भारत-पाकिस्तान संबंधों में सांस्कृतिक आदान-प्रदान की एक नई झलक पेश की।
SCO की स्थापना 2001 में रूस, चीन और मध्य एशियाई देशों के साथ मिलकर की गई थी, जिसमें अब भारत और पाकिस्तान जैसे देश भी शामिल हैं। दुनिया की 40 प्रतिशत आबादी SCO देशों में निवास करती है, जिससे इसका वैश्विक अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण प्रभाव है।