
बैंकॉक. लंदन से सिंगापुर के लिए उड़ान भरने वाले सिंगापुर एयरलाइंस के एक विमान को मंगलवार को वायुमंडलीय विक्षोभ (एयर टर्बुलेंस) का सामना करना पड़ा. तीन मिनटों के अंदर यह 6,000 फुट नीचे आ गया, जिसके चलते एक बुजुर्ग ब्रिटिश व्यक्ति की मौत हो गई और दो दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गए. विमान की बैंकॉक में आपात लैंडिंग करानी पड़ी. एयरलाइंस ने यह जानकारी दी.
एयरलाइन ने बताया कि हीथ्रो से रवाना हुई सिंगापुर एयरलाइंस की उड़ान संख्या एसक्यू 321 को वायुमंडलीय विक्षोभ का उस वक्त सामना करना पड़ा, जब यह म्यांमार के पास अंडमान सागर के ऊपर था.
करीब 37,000 फुट की ऊंचाई पर विमान था, वहां से महज तीन मिनट में 31,000 फुट पर आ गया. इस दौरान तेज झटकों की वजह से 73 वर्षीय ब्रिटिश व्यक्ति की मौत हो गई और दो दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गए. विमान में तीन भारतीय नागरिक भी सवार थे.
क्या है वायुमंडलीय विक्षोभ
विमान में टर्बुलेंस या हलचल का मतलब होता है- हवा के उस बहाव में बाधा पहुंचना, जो विमान को उड़ने में मदद करती है. ऐसा होने पर विमान हिलने लगता है और अनियमित वर्टिकल मोशन में चला जाता है यानी अपने नियमित रास्ते से हट जाता है. इसी को टर्बुलेंस कहते हैं. कई बार टर्बुलेंस से अचानक ही विमान ऊंचाई से कुछ फीट नीचे आने लगता है. यही वजह है कि टर्बुलेंस की वजह से विमान में सवार यात्रियों को ऐसा लगता है, जैसे विमान गिरने वाला है. टर्बुलेंस में प्लेन का उड़ना कुछ हद तक वैसा ही है, जैसे-उबाड़-खाबड़ सड़क पर कार चलाना. कुछ टर्बुलेंस हल्के होते हैं, जबकि कुछ गंभीर होते हैं. किसी भी प्लेन को स्थिर तौर पर उड़ने के लिए जरूरी है कि इसके विंग के ऊपर और नीचे से बहने वाली हवा नियमित हो. हवा के बहाव में अनियमितता की वजह से टर्बुलेंस होता है.