
ब्रिटेन में रह रहे खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के चीफ अवतार सिंह खांडा की मौत हो गई है. पहले आशंका जताई जा रही थी कि उसे जहर दिया गया है. अब ब्रिटेन के मेडिकल रेकॉर्ड में अवतार के ब्लड कैंसर होने की पुष्टि हुई है. भारतीय खुफिया सूत्रों ने अवतार सिंह के मौत की पुष्टि की है. अवतार सिंह ने ही लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हमला कराया था. बताया जा रहा है कि ब्रिटेन के बर्मिंघम शहर के एक अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया था.
सूत्रों ने कहा कि अवतार सिंह के शरीर में जहर भी मिला है. अवतार सिंह के बारे में कहा जाता है कि उसने ही जेल में बंद खालिस्तानी अमृतपाल सिंह को तैयार किया था और बाद में उसे वारिस पंजाब दे के नेता के रूप में पंजाब भेजा था. वारिस पंजाब दे का गठन दीप सिद्धू ने किया था. अवतार सिंह को ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग के झंडे को उतारने के आरोप में लंदन पुलिस ने अरेस्ट किया था. खांडा ने सिख युवाओं को बम बनाने और आईईडी के इस्तेमाल की ट्रेनिंग दी थी.
कौन है अवतार सिंह खांडा
अवतार सिंह खांडा वही शख्स था, जिसे लंदन में भारतीय दूतावास पर लगे तिरंगे को उतारने के बाद गिरफ्तार किया गया था. अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद लंदन में खांडा ने प्रदर्शन बुलाए और उसका नेतृत्व किया. अवतार सिंह का पूरा परिवार खालिस्तान आंदोलन से जुड़ा हुआ है. बताया जाता है कि अमृतपाल को पंजाब भेजने और वहां एक मुहिम चलाने के पीछे इसी शख्स का हाथ था. एजेंसियों के मुताबिक खांडा को बम बनाने में महारथ हासिल थी.
अवतार सिंह खांडा पर भारतीय एजेंसियों की नजर काफी पहले से थी, लेकिन भारत में लोग उसे तब जानने लगे जब उसने भारतीय दूतावास पर हंगामा किया. इसके बाद एजेंसियों के हवाले से बताया गया कि अमृतपाल को गाइड करने वाला और ट्रेनिंग देने वाला यही शख्स था. भारतीय एजेंसियां इस खालिस्तानी समर्थक के खिलाफ लगातार सबूत जुटाने में लगी थीं.