
उत्तर प्रदेश के मेरठ के शताब्दीनगर में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में कई श्रद्धालु गिर गए और दब गए, जिसके परिणामस्वरूप कुछ लोग घायल हो गए। पुलिस ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल भेजा।
कथा के दौरान मची अफरातफरी
पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का आज छठा दिन था, और यह आयोजन श्री केदारेश्वर सेवा समिति द्वारा किया जा रहा था। कथा सुनने के लिए करीब एक लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे थे, जिनमें महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल थे।
बताया जा रहा है कि कथा स्थल के एंट्री गेट पर बाउंसर्स द्वारा महिलाओं और बुजुर्गों को रोकने के कारण भीड़ में धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिससे भगदड़ मच गई। इस दौरान कुछ लोग गिरकर दब गए, जिससे घबराहट का माहौल बन गया।
घायलों को अस्पताल भेजा गया
भगदड़ के बाद पुलिस ने घायलों को अस्पताल भेजा। साथ ही, अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की सलाह दी। पुलिस और आयोजकों ने तत्काल स्थिति को संभालने की कोशिश की।
कथा का आयोजन और सुरक्षा इंतजाम
यह कथा 15 दिसंबर से शुरू होकर 16 दिसंबर तक चल रही है। कथा हर दिन दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक होती है। सुरक्षा व्यवस्था के तहत 1000 पुलिसकर्मी तैनात हैं और 7 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन ने ट्रैफिक डायवर्ट किया है और श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ जल, भोजन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।
कथा का अंतिम दिन कल
कथा का अंतिम दिन कल है, और प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के पूरे इंतजाम किए हैं ताकि कोई और हादसा न हो। आयोजकों ने भीड़ को शांत कराने की पूरी कोशिश की, और सुरक्षा के इंतजाम बेहतर बनाए गए हैं।