
Padma Award 2025: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने पद्म पुरस्कार 2025 की घोषणा की। इस साल 7 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री सहित कुल 139 लोगों को सम्मानित किया गया। इनमें 23 महिलाएं और 10 विदेशी भी शामिल हैं, जबकि 13 लोगों को यह सम्मान मरणोपरांत दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश का योगदान
139 पुरस्कार विजेताओं में 10 हस्तियां उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखती हैं। इनमें से राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मुहूर्त निकालने वाले पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ का नाम प्रमुख है। उन्हें राम मंदिर और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का मुहूर्त तय करने और लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक रहने के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।
पद्म भूषण से सम्मानित हस्तियां
उत्तर प्रदेश से दो हस्तियों को पद्म भूषण से नवाजा गया है:
राम बहादुर राय – पत्रकारिता, साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान।
साध्वी ऋतंभरा – सामाजिक कार्यों में अहम भूमिका निभाने के लिए।
पद्म श्री विजेता
उत्तर प्रदेश के 8 लोगों को पद्म श्री सम्मान दिया गया। इनके नाम और क्षेत्र निम्नलिखित हैं:
आशुतोष शर्मा – विज्ञान और इंजीनियरिंग।
पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ – साहित्य और शिक्षा।
सैयद ऐनुल हसन – साहित्य और शिक्षा।
हृदय नारायण दीक्षित – साहित्य और शिक्षा।
नारायण (भुलाई भाई) – सार्वजनिक कार्यों (मरणोपरांत सम्मानित)।
सत्यपाल सिंह – खेल।
श्याम बिहारी अग्रवाल – कला।
सोनिया नित्यानंद – चिकित्सा।
पद्म पुरस्कार: सम्मान का परिचय
पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान हैं, जो कला, सामाजिक कार्य, विज्ञान, शिक्षा, खेल, चिकित्सा, और सिविल सेवा जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को दिए जाते हैं।
इस वर्ष की सूची भारत की विविधता और प्रतिभा को सम्मानित करती है, जो समाज के हर क्षेत्र में योगदान देने वाले लोगों को प्रोत्साहित करती है।