
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का समापन महाशिवरात्रि के दिन अंतिम स्नान के साथ हो गया। इस पावन अवसर पर करोड़ों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई और पुण्य लाभ अर्जित किया।
महाकुंभ 2025: आस्था, एकता और संस्कृति का संगम
महाकुंभ न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक परंपराओं की जीवंत झलक भी प्रस्तुत करता है। इस बार प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु शामिल हुए और गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम में स्नान कर अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
पीएम मोदी का संदेश: एकता का महायज्ञ संपन्न
महाकुंभ के समापन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विचार साझा किए। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
“महाकुंभ संपन्न हुआ…एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ। प्रयागराज में एकता के महाकुंभ में पूरे 45 दिनों तक जिस प्रकार 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ, एक समय में इस एक पर्व से आकर जुड़ी, वह अभिभूत करता है!”
प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति को सिर्फ एक रिकॉर्ड भर नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और विरासत की मजबूत नींव बताया।
महाकुंभ संपन्न हुआ…एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ। प्रयागराज में एकता के महाकुंभ में पूरे 45 दिनों तक जिस प्रकार 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ, एक समय में इस एक पर्व से आकर जुड़ी, वो अभिभूत करता है! महाकुंभ के पूर्ण होने पर जो विचार मन में आए, उन्हें मैंने कलमबद्ध करने का… pic.twitter.com/TgzdUuzuGI
— Narendra Modi (@narendramodi) February 27, 2025
पीएम मोदी ने मांगी माफी
महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन के दौरान किसी भी असुविधा के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती से क्षमा प्रार्थना की। उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा,
“मैं जानता हूं, इतना विशाल आयोजन आसान नहीं था। मैं प्रार्थना करता हूं मां गंगा से…मां यमुना से…मां सरस्वती से…हे मां, हमारी आराधना में कुछ कमी रह गई हो तो क्षमा करिएगा…। श्रद्धालुओं की सेवा में भी अगर हमसे कुछ कमी रह गई हो, तो मैं जनता जनार्दन का भी क्षमाप्रार्थी हूं।”
महाकुंभ 2025: एक ऐतिहासिक आयोजन
महाकुंभ 2025 का आयोजन सुरक्षा, स्वच्छता और डिजिटल सुविधाओं के मामले में ऐतिहासिक रहा। आधुनिक तकनीकों की मदद से श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान की गईं, जिससे यह आयोजन और भी भव्य और स्मरणीय बन गया।