
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का समापन महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान के साथ हो गया। 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चले इस महापर्व ने कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाए।
66 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
महाकुंभ 2025 में 66 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे, जो कई देशों की आबादी से भी अधिक है। यह संख्या ब्राजील के रियो कार्निवल (20 करोड़), इराक के अर्बईन तीर्थ यात्रा और सऊदी अरब के हज से कई गुना ज्यादा है।
भारत की आधी आबादी ने किया स्नान
भारत की कुल जनसंख्या लगभग 145 करोड़ है, और इसमें से 66 करोड़ लोगों ने कुंभ में स्नान किया, यानी लगभग आधी आबादी ने इस आध्यात्मिक आयोजन में भाग लिया।
गिनीज बुक में दर्ज हुआ सफाई का रिकॉर्ड
महाकुंभ 2025 ने सफाई अभियान को लेकर भी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह बनाई।
15,000 से ज्यादा सफाई कर्मचारियों ने एक साथ झाड़ू लगाकर रिकॉर्ड बनाया।
गंगा सफाई के लिए 360 से ज्यादा लोगों ने मिलकर प्रयागराज के चार अलग-अलग क्षेत्रों में सफाई अभियान चलाया।
मेला क्षेत्र में 1.5 लाख शौचालय बनाए गए, जिससे स्वच्छता बनी रही।
महाकुंभ में सबसे बड़े सफाई अभियान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
महाकुंभ में आयोजित सफाई अभियान ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया है। इस ऐतिहासिक अभियान में 15,000 सफाई कर्मियों ने एक साथ झाड़ू लगाकर स्वच्छता का अद्भुत उदाहरण पेश किया। इस उपलब्धि के लिए उत्तर… pic.twitter.com/eBMQ8XMi3a
— Alok Mishra (@shrialokmishra) February 27, 2025
हैंड पेंटिंग में भी वर्ल्ड रिकॉर्ड
कुंभ मेले में हैंड पेंटिंग का अनोखा रिकॉर्ड बना।
10,109 लोगों ने 8 घंटे में अपने हाथों से पेंटिंग बनाकर इतिहास रच दिया।
यह रिकॉर्ड 2019 के 7,660 हैंड पेंटिंग रिकॉर्ड को तोड़कर नया मानदंड स्थापित करता है।
महाकुंभ 2025 ने रचा इतिहास
महाकुंभ 2025 सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र ही नहीं, बल्कि वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाला आयोजन भी बन गया।