
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने दिल्ली में रह रहे उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों से कोरोना काल के दौरान उनके साथ हुए बर्ताव को याद करते हुए मतदान का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि इस चुनाव में सोच-समझकर वोट दें और पूर्व में किए गए वादों को याद रखें।
मुख्य बातें:
- याद दिलाना: मायावती ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में विधानसभा चुनावों के दौरान यूपी और बिहार के वोटर्स को याद रखना चाहिए कि कोरोना काल में उनके साथ कैसा बर्ताव किया गया।
- भविष्यवाणी: उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बसपा इस बार शानदार प्रदर्शन करेगी, बशर्ते चुनाव निष्पक्ष तरीके से हों।
- दूसरे दलों पर आरोप: मायावती ने आरोप लगाया कि अन्य दलों ने चुनावी वादों को पूरा नहीं किया है और इस बार भी ऐसे ही लुभावने वादे करेंगे।
- आग्रह: उन्होंने अपील की कि चुनाव में वोट देते समय सोच-समझकर निर्णय लें, क्योंकि कई दलों ने लोगों के प्रति सौतेला व्यवहार किया है।
- जातिगत मुद्दे: मायावती ने अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग के लोगों के कानूनी अधिकारों के बारे में भी चिंता जताई और कहा कि इन अधिकारों का पूरी तरह लाभ नहीं मिल रहा है।
- राजनीतिक समीकरण: मायावती ने भाजपा के विकल्प के रूप में बसपा को पेश किया और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की कोई सार्थकता नहीं बताई।
इस प्रकार, मायावती का संदेश साफ है – यूपी और बिहार के लोग सोच-समझकर वोट दें और चुनाव के महत्व को पहचानें।