
वाशिंगटन/गाजा . अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि इजरायल रोजाना चार घंटे के मानवीय युद्धविराम पर सहमत हो गया है. बाइडन ने इजरायल से गाजा में जारी जंग को तीन दिन से ज्यादा रोकने का भी आह्वान किया है.
पत्रकारों से वार्ता के दौरान बाइडन ने कहा कि सामान्य संघर्ष विराम की अभी कोई संभावना नहीं है. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात कर दैनिक युद्धविराम देने की बात कही थी. वहीं, व्हाइट हाउस ने बताया कि इजरायल ने ये कदम गाजा में फंसे फलस्तीनी नागरिकों की निकासी के लिए उठाया है. उसने निकासी के लिए एक दूसरा रास्ता सुरक्षित कर लिया है. हालांकि इजरायल ने अभी तक इसकी घोषणा नहीं की है.
दो बंधकों को छोड़ेगा हमास गाजा में हमास से जुड़ी अल कुद्स ब्रिगेड के एक प्रवक्ता ने एक वीडियो जारी कर कहा कि मानवीय और चिकित्सा कारणों से दो इजरायली बंधकों को रिहा किया जाएगा. इसमें एक महिला व एक लड़का है. वहीं, मिस्र के राफा बॉर्डर को गुरुवार को विदेशी नागरिकों की निकासी के लिए फिर से खोल दिया गया.
अब तक 60 कमांडर ढेर उत्तरी गाजा में कहर बरपा रही इजरायली सेना ने गुरुवार को कहा कि सात अक्तूबर से अब तक उसने हमास के 60 नेताओं और कमांडरों को ढेर कर दिया है. जमीनी ऑपरेशन की शुरुआत से सेना अब तक 130 सुरंगों को तबाह कर चुकी है.
इजरायली सेना गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा और अल-कुद्स के करीब पहुंच गई है. यहां आतंकियों और सेना में लड़ाई जारी है. सेना ने बताया कि दोनों अस्पतालों में शरण लिए लोगों से इन्हें खाली करने के लिए कहा गया है. अस्पताल के नीचे हमास का कमांड सेंटर है.
वहीं, फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कब्जे वाले वेस्ट बैंक के उत्तर में जेनिन पर इजरायली हमले में गुरुवार को नौ की मौत हो गई. मंत्रालय ने साथ ही बताया कि अब तक करीब 11 हजार फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है और 26,905 फिलिस्तीनी घायल हैं.
सेना की उत्तरी गाजा पट्टी में भारी बमबारी
गाजा पट्टी. इजरायली सेना और हमास आतंकियों के बीच संघर्ष तेज हो गया हे. सेना ने गुरुवार को उत्तरी गाजा पट्टी में भारी बमबारी कर तबाही मचाई. यहां सेना हमास के ठिकानों को तेजी से नष्ट कर रही है. युद्धग्रस्त क्षेत्र से हजारों लोग दक्षिण की ओर भाग गए. उत्तरी गाजा हमास का गढ़ माना जाता है. उत्तरी गाजा की हर सड़क पर हमास और सेना के बीच मुठभेड़ जारी थी. संघर्ष के बीच घिरे हजारों फलस्तीनी यहां से निकलकर दक्षिण की ओर पलायन कर गए हैं. यहां की क्षतिग्रस्त इमारतों पर इजरायली झंडे लहरा रहे हैं. सड़कों पर बमबारी के बाद मलबा, खंडहरों में बदले मकान, जले हुए वाहनों का ढेर लगा है.