Delhi News: दिल्ली में विधानसभा चुनाव करीब आते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार (9 जनवरी) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जाट समाज को आरक्षण देने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। उन्होंने बीजेपी पर जाट समाज के साथ वादाखिलाफी का आरोप लगाया।
केजरीवाल का आरोप
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के जाट समाज को केंद्र की OBC सूची में शामिल करने का कई बार वादा किया गया, लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार की OBC लिस्ट में जाट समाज को स्थान मिला है, लेकिन केंद्र की लिस्ट में नहीं। इस कारण दिल्ली के जाट समाज को केंद्र सरकार की नौकरियों और कॉलेजों में आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा।
केजरीवाल ने दावा किया कि बीजेपी ने पिछले 10 सालों में चार बार जाट नेताओं को बुलाकर केवल आश्वासन दिए, लेकिन जाट समाज के लिए कुछ भी ठोस कदम नहीं उठाए।
पीएम को लिखी चिट्ठी
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में उन्होंने कहा:
- दिल्ली के जाट समाज को केंद्र की OBC लिस्ट में शामिल करने का वादा 2015 में किया गया था, लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया।
- 2017 और 2019 में भी अमित शाह ने जाट समाज को आश्वासन दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
- राजस्थान के जाटों को दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में आरक्षण का लाभ मिलता है, लेकिन दिल्ली के जाटों को यह अधिकार नहीं।
- यह भेदभाव हजारों बच्चों के भविष्य को प्रभावित कर रहा है।
बीजेपी पर गंभीर आरोप
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने जाट समाज के मुद्दे को केवल चुनावी मुद्दा बनाकर इस्तेमाल किया है। उन्होंने बीजेपी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ही वादों से मुकरते हैं, तो जनता को न्याय कैसे मिलेगा।
दिल्ली में चुनाव की तैयारी
चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को वोटिंग होगी और नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। वहीं, बीजेपी और कांग्रेस अभी अपनी सूची जारी करने में व्यस्त हैं।
अरविंद केजरीवाल के इन आरोपों ने दिल्ली की सियासत को गरमा दिया है। जाट समाज के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप का क्या असर होगा, यह चुनावी नतीजों के बाद ही साफ होगा।