
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का प्रचार आज 3 फरवरी को समाप्त होने जा रहा है, और 5 फरवरी को मतदान होगा। इस बार चुनाव में 699 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 96 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। यहां हम पांच प्रमुख महिला उम्मीदवारों पर चर्चा करेंगे, जिनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि और चुनावी स्थिति महत्वपूर्ण है।
1. आतिशी (कालकाजी विधानसभा सीट)
आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रमुख चेहरे में से एक, आतिशी ने 2013 और 2015 के चुनावों में चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन 2020 में कालकाजी से जीत हासिल की। उन्हें 2024 के आम चुनाव में भी भाजपा के क्रिकेटर गौतम गंभीर से हार का सामना करना पड़ा था। इस बार उन्हें फिर से कालकाजी से उम्मीदवार बनाया गया है, जहां वे कांग्रेस की अलका लांबा और भाजपा के रमेश बिधूड़ी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।
2. शिखा राय (ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट)
भाजपा की प्रमुख महिला प्रत्याशी शिखा राय ग्रेटर कैलाश से चुनावी मैदान में हैं। उनका पहले भी अनुभव रहा है, जहां वे सौरभ भारद्वाज से चुनाव हार चुकी हैं। शिखा पेशे से वकील हैं और पहले से ही वार्ड से पार्षद रह चुकी हैं। 2020 में चुनाव हारने के बाद, उनकी स्थिति का यह चुनाव निर्धारित करेगा कि वे भाजपा को कितना मजबूत कर पाती हैं।
3. अलका लांबा (कालकाजी विधानसभा सीट)
अलका लांबा को कांग्रेस ने कालकाजी से उम्मीदवार बनाया है। उनका राजनीतिक करियर 30 साल पुराना है। वे पहले आम आदमी पार्टी में थीं, लेकिन पार्टी छोड़कर कांग्रेस में लौट आई हैं। उनकी ताकत यह है कि उनकी पहचान और अनुभव हैं, जबकि उनकी कमजोरी यह हो सकती है कि पिछले चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है।
4. राखी बिड़लान (मादीपुर विधानसभा सीट)
आम आदमी पार्टी ने मादीपुर से राखी बिड़लान को उम्मीदवार बनाया है। वे पहले से ही पार्टी के साथ जुड़ी हुई हैं और 2020 में मंगोलपुरी विधानसभा सीट से चुनाव जीत चुकी हैं। उनकी स्थिति इस बार भी मजबूत दिख रही है, जिससे वे अपनी विजयी प्रवृत्ति को बनाए रखने की कोशिश करेंगी।
5. अरीबा खान (ओखला विधानसभा सीट)
अरीबा खान कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में ओखला सीट से चुनाव लड़ रही हैं। 31 साल की उम्र में वे सबसे युवा महिला उम्मीदवार हैं और राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले परिवार से हैं। उनकी स्थिति बहुत संवेदनशील है, क्योंकि उन्हें मौजूदा विधायक अमानतुल्लाह खान जैसे अनुभवी नेता के खिलाफ चुनौती देनी है।