
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले, दिल्ली की मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एसडीएम और अन्य अधिकारियों के माध्यम से दिल्ली में बड़े पैमाने पर ‘आप’ के वोट काटने की साजिश कर रही है।
वोट कटवाने की साजिश का खुलासा
सीएम आतिशी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा एसडीएम ऑफिस से एईआरओ (Assistance Electoral Registration Officer) और बीएलओ (Booth Level Officer) को एक लिस्ट दी जा रही है, जिसमें ‘आप’ के वोटरों के नाम काटने के आदेश दिए गए हैं। उनका कहना था कि अधिकारियों पर इस तरह के आदेश लागू करने के लिए दबाव डाला जा रहा है और अगर कोई अधिकारी इस पर विरोध करता है, तो वह अपनी रिकॉर्डिंग भेज सकता है, ताकि उन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
लोकतंत्र का हनन कर रही है केंद्र सरकार
आतिशी ने इसे लोकतंत्र का हनन करार दिया और कहा कि केंद्र सरकार चुनाव में गलत तरीके से जीतने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रही है। उनका आरोप है कि यह साजिश एक चरणबद्ध तरीके से की जा रही है, जिसमें पहले 28 अक्टूबर को एलजी द्वारा दिल्ली में 29 एसडीएम और एडीएम को बदला गया था, ताकि केंद्र सरकार के नुमाइंदे अधिकारियों के हाथ में अधिक शक्तियाँ हों।
अधिकारियों पर दबाव बनाने का आरोप
आतिशी ने बताया कि हाल ही में दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से कई बीएलओ ने उनसे संपर्क किया और बताया कि उन पर वोट काटने के लिए दबाव डाला जा रहा है। उदाहरण के तौर पर, एक डीएम ने जिनके अंतर्गत सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं, उन्होंने अपने एईआरओ को 20,000 वोटरों की लिस्ट दी है, जिसमें ‘आप’ के वोटर शामिल हैं। अधिकारियों पर इस लिस्ट को लागू करने का दबाव डाला जा रहा है।
सख्त कार्रवाई की अपील
सीएम आतिशी ने सभी एईआरओ और बीएलओ से अपील की कि यदि किसी अधिकारी द्वारा उन पर वोट काटने का दबाव डाला जा रहा है, तो वे इसकी रिकॉर्डिंग करें और उसे उनके पास भेजें। आतिशी ने कहा कि यह साजिश लोकतंत्र को कमजोर कर रही है और इसे उजागर करने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह आरोप केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली विधानसभा चुनावों में AAP की रणनीति का हिस्सा बन सकता है। इस मुद्दे ने चुनावी माहौल में और गर्मी ला दी है, और आगामी चुनावों में यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकता है।