
आईफोन निर्माता एप्पल इंक ने मंगलवार को कहा कि वह विपक्षी दलों के कुछ सांसदों को भेजे गए चेतावनी संदेश को किसी विशिष्ट सरकार-प्रायोजित हमलावरों से नहीं जोड़ती. वह इस बारे में जानकारी नहीं दे सकती है कि ऐसी चेतावनियों का कारण क्या है.
एप्पल ने कहा कि यह संभव है कि कुछ खतरे की सूचनाएं गलत चेतावनी हो सकती हैं. कुछ हमलों का पता नहीं चल सकता. सरकार प्रायोजित हमलावर आर्थिक और तकनीकी रूप से बहुत मजबूत होते हैं. उनके हमले समय के साथ विकसित होते हैं. ऐसे हमलों का पता लगाना खतरे के खुफिया संकेतों पर निर्भर करता है, जो अक्सर अपूर्ण और अधूरे होते हैं.
एप्पल ने इस बारे में बताने से इनकार कर दिया कि तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा समेत अन्य नेताओं को किस वजह से चेतावनियां मिलीं. सूत्रों ने कहा कि एपल ने लगभग 150 देशों में उन व्यक्तियों को धमकी संबंधी सूचनाएं भेजी हैं, जिनके अकाउंट हैं.
अलर्ट में क्या था?
एप्पल के संदेश में कहा गया, ‘चेतावनी सरकार प्रायोजित हैकर्स आपके आईफोन को निशाना बना सकते हैं जो आपकी एप्पल आईडी से जुड़े आईफोन से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं. ये हमलावर संभवत आप कौन हैं या आप क्या करते हैं, इसके कारण आपको व्यक्तिगत रूप से निशाना बना रहे हैं. यदि सरकार प्रायोजित हमलावर द्वारा आपके उपकरण से छेड़छाड़ की जाती है तो वे आपके संवेदनशील डेटा, संचार, या यहां तक कि कैमरा और माइक्रोफोन तक दूरस्थ रूप से पहुंचने में सक्षम हो सकते हैं. हालांकि यह संभव है कि यह एक गलत अलार्म हो, कृपया इस चेतावनी को गंभीरता से लें.’