
हरियाणा की चैंपियन बॉक्सर स्वीटी बूरा और भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा के वैवाहिक विवाद ने तूल पकड़ लिया है। स्वीटी ने अपने पति पर मारपीट, दहेज के लिए एक करोड़ रुपये और फॉर्च्यूनर गाड़ी मांगने का आरोप लगाया है, जबकि दीपक ने ससुराल पक्ष पर संपत्ति हड़पने और धोखाधड़ी का दावा किया है। दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और अब मामला कोर्ट तक पहुंच चुका है।
स्वीटी बूरा के आरोप
स्वीटी बूरा ने अपनी शादीशुदा जिंदगी खत्म करने का फैसला लेते हुए तलाक और गुजारा भत्ते के लिए अदालत का रुख किया है। उन्होंने हिसार पुलिस को दी गई शिकायत में कहा कि:
दीपक ने फॉर्च्यूनर गाड़ी और एक करोड़ रुपये की मांग की।
उन पर खेल छोड़ने का दबाव डाला गया।
पिछले साल अक्टूबर में मारपीट कर घर से निकाल दिया गया।
शादी में उनके माता-पिता ने एक करोड़ रुपये खर्च किए थे।
दीपक ने उनकी बहन से भी गाड़ी की मांग की थी।
स्वीटी ने 50 लाख रुपये मुआवजे और 1.5 लाख रुपये मासिक खर्च की मांग करते हुए कोर्ट में केस दर्ज कराया है।
दीपक हुड्डा का जवाब
वहीं, दीपक हुड्डा ने भी रोहतक पुलिस में स्वीटी और उनके परिवार के खिलाफ शिकायत दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि:
ससुराल पक्ष ने उनकी संपत्ति हड़पने की कोशिश की।
25 लाख रुपये ब्याज पर देने के बहाने ठगी की गई।
हिसार में एक प्लॉट उनके और स्वीटी के नाम पर धोखाधड़ी से रजिस्टर्ड कराया गया।
वह शादी निभाना चाहते थे, लेकिन स्वीटी राजी नहीं थीं।
पुलिस और कोर्ट की कार्रवाई
हिसार के पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार के मुताबिक, दीपक हुड्डा को कोर्ट में पेश होने का नोटिस भेजा गया था, लेकिन वह अभी तक हाजिर नहीं हुए हैं। इस बीच, स्वीटी ने अपने सोशल मीडिया से दीपक की तस्वीरें हटा दी हैं, जिससे यह विवाद और ज्यादा सुर्खियों में आ गया है।
स्वीटी बूरा और दीपक हुड्डा का सफर
स्वीटी बूरा
अर्जुन अवार्ड विजेता बॉक्सर।
2022 में विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता।
दीपक से एक मैराथन के दौरान मुलाकात हुई थी।
दीपक हुड्डा
भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान।
2016 दक्षिण एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीता।
2020 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित।
2024 में महम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
खेल से राजनीति तक, अब कोर्ट तक पहुंचा विवाद
दोनों खिलाड़ियों ने खेल जगत में बड़ी सफलता हासिल की, लेकिन उनका निजी जीवन अब विवादों में घिर चुका है। स्वीटी बरवाला से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका। अब यह मामला खेल, राजनीति और कानूनी जगत में चर्चा का विषय बन गया है। आने वाले दिनों में कोर्ट का फैसला इस विवाद की दिशा तय करेगा।