आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को उनके ‘अनियंत्रित व्यवहार’ के लिए बुधवार को सप्ताह के शेष हिस्से के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया, एक दिन बाद विपक्षी दलों के 19 सांसदों को कथित तौर पर कार्यवाही में बाधा डालने के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया था.
राज्यसभा ने बुधवार को सिंह को निलंबित करने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा, “आप सांसद संजय सिंह को नारे लगाने, कागज फाड़ने और उन्हें कल कुर्सी की ओर फेंकने के लिए मौजूदा सप्ताह के शेष भाग के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है.
सिंह ने गुजरात राज्य में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों का मुद्दा सदन में उठाया था.
विपक्षी दलों के कुल 19 सांसदों, जिनमें टीएमसी के सात, डीएमके के छह सांसद शामिल हैं, के अलावा टीआरएस, माकपा और सीपीआई के सांसदों को सदन में उनके “अनियंत्रित व्यवहार” के लिए निलंबित कर दिया गया था.
दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही प्रश्नकाल के लिए शुरू होने के तुरंत बाद उपसभापति हरिवंश ने नियम 256 का इस्तेमाल किया और सिंह का नाम मंगलवार को कागज फाड़ने और उन्हें सभापीठ पर फेंकने के लिए लिया.
उपसभापति ने कहा कि सिंह की कार्रवाई नियमों और अध्यक्ष के अधिकार की पूरी तरह से अवहेलना है.
इसके बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने सिंह को शेष सप्ताह के लिए सदन से निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया. प्रस्ताव को ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया गया, यहां तक कि विपक्षी सदस्यों ने सदन के बीचोंबीच हंगामा जारी रखा.
उपसभापति ने प्रस्ताव पारित होने के तुरंत बाद सिंह को सदन से बाहर जाने के लिए कहा.
इस बीच, राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.