भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को यूपी उपचुनाव वाली सीटों के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी की, जिसमें कई रोचक पहलू सामने आए। पार्टी ने उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, लेकिन सबसे दिलचस्प बात यह है कि करहल सीट से अखिलेश यादव के रिश्तेदार अनुजेश यादव को टिकट दिया गया है। इसके अलावा, भाजपा ने टिकट वितरण में पिछड़े वर्ग के चेहरों को प्रमुखता दी है—सात सीटों में से चार पर ओबीसी उम्मीदवारों को मौका मिला है, जबकि दो सामान्य और एक दलित उम्मीदवार को टिकट दिया गया है।
भाजपा की रणनीति इस बार और भी दिलचस्प हो गई जब उन्होंने मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट अपने सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के लिए छोड़ दी, जबकि कानपुर की सीसामऊ सीट पर अब तक पेंच फंसा हुआ है।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि कुंदरकी सीट पर रामवीर सिंह ठाकुर, गाजियाबाद में संजीव शर्मा, और अलीगढ़ की खैर सुरक्षित सीट पर सुरेंद्र दिलेर को प्रत्याशी बनाया गया है। करहल सीट से अनुजेश यादव का चुनाव में उतरना भी काफी चर्चाओं में है, क्योंकि यह अखिलेश यादव की खाली की गई सीट है। वहीं, फूलपुर सीट पर दीपक पटेल और कटेहरी से धर्मराज निषाद को मौका मिला है। मझवां सीट से सुचिस्मिता मौर्या को प्रत्याशी घोषित किया गया है, जो पूर्व विधायक रह चुकी हैं।
भाजपा ने इस बार अपनी पुरानी गलतियों से सबक लेते हुए लोकसभा चुनाव की तरह जल्दबाजी में प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। पिछली बार जल्दी उम्मीदवारों के ऐलान से विपक्ष को अपनी रणनीति बदलने का मौका मिल गया था, लेकिन इस बार पार्टी बेहद सावधानी से आगे बढ़ी है।