छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा अतिसंवेदनशील तथा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों तक मुलभूत एवं बुनियादी सुविधाएँ पहुंचाने के उद्देश्य से निर्मित नियद नेल्लानार योजना (आपका अच्छा गांव) प्रारंभ की गई है। योजना के तहत् ऊर्जा विभाग के अंतर्गत आने वाले क्रेडा विभाग द्वारा ग्रामीणों को लाभान्वित किये जाने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। क्रेडा द्वारा इसी योजना के तहत् अतिसंवेदनशील तथा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में निवासरत ग्रामीणों को पेयजल एवं प्रकाश व्यवस्था से लाभान्वित किये जाने के लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं। बस्तर संभाग में नियद नेल्लानार योजना’ अंतर्गत वृहद स्तर पर कार्य सतत् प्रगतिरत है। संभाग के 05 जिलों क्रमशः कांकेर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर के कैपों के अंतर्गत आने वाले ग्रामों में सौर संयंत्र लगाकर क्षेत्र के ग्रामीणजनों व नागरिकों एवं मूलभूत सुविधाएँ प्रदान करने में अपना विशेष सहयोग प्रदान कर रहा है। माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी के कुशल नेतृत्व में क्रेडा द्वारा इस क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं सोलर हाई मास्ट, जल जीवन मिशन अंतर्गत सोलर ड्यूल पंप तथा सौर सुजला योजना अंतर्गत सोलर सिंचाई पंप के लगभग 500 से अधिक संयंत्र प्रस्तावित किए गए हैं। इनमें से जिला-सुकमा के सूदूर वनाचल व नक्सल प्रभावित ग्राम पूवर्ती, सालातोंग, सिलगेर में प्रकाश व्यवस्था हेतु सौर हाई मास्ट स्थापना इसी प्रकार दंतेवाड़ा जिले के कामालूर, बासनपुर, धुरली, गामावाडा एवं झिरका के 10 विभिन्न स्थलों पर सोलर हाई मास्ट स्थापना कार्य पूर्ण कर प्रकाश व्यवस्था की जा सुदृढ की गई है। इसी क्रम में जिला-नारायणपुर के ग्राम मसपुर, मेटानार, कस्तुरमेटा, इंरकभट्टी, कानागांव एवं हिकपाड़ तथा जिला कांकेर के प्रभावित क्षेत्रों के ग्राम-हेतडकसा, मराम (गुंडूल), पानीडोबेर, चिलपारास एवं जुगडा में प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने हेतु सोलर हाई मास्ट संयंत्र का स्थापना कार्य प्रगति पर है।
योजना के तहत ग्रामीणों को सतत् पेयजल की सुविधा मुहैया कराये जाने के भी लक्ष्य निर्धारित हैं। बस्तर संभाग के जिला-काकेर हेतु लक्ष्यों को शतप्रतिशत पूर्ण किया जा चुका है। साथ ही जिला-नारायणपुर के ग्राम-ईरकभट्टी, कस्तूरमेंटा, हिकपाड़ जिला-बीजापुर के ग्राम-पालनार, सावनार चुटवाही में ग्रामीणों को पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है। जिला-सुकमा के अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित ग्राम-पुवर्ती, टेकलगुडियम तथा सिलगेर के समीपवर्ती ग्रामों में भी इस योजना के स्थापना कार्य लगातार प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री की इस महत्वाकांक्षी के तहत् बस्तर संभाग में कुल 203 सौर सिचाई पंपों का स्थापना कार्य प्रस्तावित है। जिन में से कुल 14 हितग्राहियों को सोलर पंपों प्रदाय कर योजना से लाभान्वित किया जा चुका है। शेष हितग्राहियों को सौर सुजला योजना के आगामी चरण में पंप प्रदाय किये जाने का लक्ष्य रखा गया है।