मोदी सरकार को संविधान के लिए खतरा बताने वालों को भाजपा ने शुक्रवार को आड़े हाथों लिया. भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जिन लोगों ने पूर्व में कई बार संविधान के साथ खिलवाड़ किया है, वे आज इसकी रक्षा की जरूरत बता रहे हैं.
त्रिवेदी ने शुक्रवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करने के बाद विपक्ष के भारी हंगामे के बीच चर्चा की शुरुआत करते हुए यह बात कही. त्रिवेदी ने कहा कि विपक्ष को यह अभी तक समझ नहीं आ रहा है कि देश की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बनाने का जनादेश दिया है.
भाजपा ने राष्ट्रपति अभिभाषण में संविधान का उल्लेख होने की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि 1934 में नाजी पार्टी का एक सम्मेलन हुआ जिसमें नारा लगवाया गया था कि हिटलर ही जर्मनी है और जर्मनी ही हिटलर है.
भाजपा ने हमेशा संविधान की रक्षा की सुधांशु
त्रिवेदी ने कहा कि संविधान के अनुसार सर्वोच्च कार्यपालिका निकाय केंद्रीय मंत्रिमंडल है. उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह की सरकार के समय केंद्रीय मंत्रिमंडल से ऊपर राष्ट्रीय सलाहकार परिषद किसने बनाई थी? क्या यह संविधान को खतरे में डालना नहीं था. उन्होंने कहा, उनके समय (कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में) संविधान हमेशा खतरे में रहा है और हमने (भाजपा सरकार ने) हमेशा संविधान की रक्षा की है.