महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले मुंबई में आज शिवसेना के दोनों धड़ आमने-सामने होंगे। इन दलों के नेता, कार्यकर्ता अपनी-अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना भी आज दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में रैली करने जा रही है। शिंदे के गुट की दशहरा रैली में लगभग दो लाख लोगों की उपस्थिति की उम्मीद है। वहीं, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना दादर के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में आज दशहरा रैली करेगी। इन्ही रैलियों को लेकर राज्य की सियासत गरमाई गई है।
घटों तक होंगे कार्यक्रम
दोनों ही कार्यक्रम घंटों तक चलेंगे। यहां कार्यक्रम से पहले उत्सव और खाने-पीने के स्टॉल लगेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे और मुख्यमंत्री शिंदे अपने-अपने मैदानों में भाषण देंगे। जानकारी के अनुसार, शहर में हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण दोनों पक्षों को परेशानी हो सकती है। उद्धव ठाकरे जिस शिवाजी पार्क में रैली करेंगे वहां पर बीती रात बारिश हुई। इसकी वजह से वहां पर कीचड़ हो गया था। शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि रैली तय समय पर होगी। उम्मीद की जा रही है कि उद्धव ठाकरे इस मंच का उपयोग भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधने के लिए करेंगे और उस पर 2022 में पार्टी के विभाजन के बाद से शिवसेना की एकता को कमजोर करने का आरोप लगा सकते हैं।
1960 से हर होती है दशहरा रैली
शिवसेना दशहरा रैली साल 1960 से ही कर रही है। पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे ने पहली बार दशहरा रैली की थी। दशहरा रैली शिवसेना की राजनीतिक रणनीति की आधारशिला रही हैं। शिवसेना की दशहरा रैली हर साल दशहरा के दिन आयोजित की जाती है। बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। चुनाव से पहले ये रैलियां महत्वपूर्ण महत्व रखती हैं क्योंकि दोनों गुट चुनाव से पहले अपना समर्थन मजबूत करना चाहते हैं।
दोनों गुटों ने रैली से पहले जारी किया टीजर
दोनों गुटों ने रैली के लिए टीजर जारी किए हैं। शिंदे की प्रचार सामग्री में शिव सेना का प्रतीक बाघ दिखाया गया है और इसमें पार्टी को कांग्रेस से नाता तोड़ते हुए दिखाया गया है। इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) महाराष्ट्र के गौरव की रक्षा के विषयों पर ध्यान केंद्रित करती है और विद्रोही विधायकों के संदर्भ में तथाकथित गद्दारों की निंदा करती है।