छत्तीसगढ़: 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक, छत्तीसगढ़ में दिवाली का उत्सव शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद की मौजूदगी से और भी खास होने वाला है। इस दौरान, वे रायपुर, बिलासपुर, सिमगा, बेमेतरा, कबीरधाम समेत कई स्थानों पर भक्तों से मिलेंगे और पूजा-पाठ का अवसर प्रदान करेंगे। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में धनतेरस पूजन, महाकाली जन्मोत्सव, और गोवर्धन पूजा शामिल हैं। भक्तों के लिए यह एक अनोखा मौका होगा, जब वे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के दर्शन कर सकेंगे।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के मीडिया प्रभारी अशोक साहू ने जानकारी दी कि शंकराचार्य जी अपने पसंदीदा स्थान, छत्तीसगढ़ में, हर साल की तरह इस बार भी दीपावली मनाने आ रहे हैं। 28 अक्टूबर को वे रायपुर पहुंचेंगे और वहीं से बिलासपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। बिलासपुर में, वे हरीश शाह के फार्म हाउस “कुंज कुटीर चिचिरदा” में रुकेंगे।
विशेष कार्यक्रम शेड्यूल:
29 अक्टूबर: रायपुर में भव्य स्वागत और धनतेरस पूजन का आयोजन। भक्त दर्शन के लिए आ सकते हैं।
30 अक्टूबर: सुबह 9 बजे बिलासपुर से सिमगा आएंगे, जहां भव्य स्वागत और दर्शन का आयोजन होगा। इसके बाद बेमेतरा में पादुका पूजन और शंकराचार्य आश्रम में विशेष दर्शन।
31 अक्टूबर: सुबह 9 बजे कबीरधाम के लिए प्रस्थान करेंगे। यहां भव्य बाइक रैली से स्वागत होगा और विशाला धर्म ध्वज चौक पर ध्वज फहराया जाएगा। शाम 6 बजे लक्ष्मी पूजन और मध्य रात्रि को महाकाली जन्मोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
1 नवंबर: मीडिया से संवाद और रात का प्रवास।
2 नवंबर: सुबह 9 बजे यदुनाथ गौशाला में गौपूजन और फिर ग्राम चरडोंगरी में गोवर्धन पूजा। इसके बाद रायपुर के लिए प्रस्थान।
यह सप्ताह छत्तीसगढ़ के भक्तों के लिए आनंद और आस्था से भरा रहेगा, जहां उन्हें शंकराचार्य के सान्निध्य में विशेष पूजा और आशीर्वाद प्राप्त करने का सुनहरा अवसर मिलेगा।