रायपुर: महिला सशक्तिकरण की दिशा में महतारी वंदन योजना बड़ी मिसाल बनने जा रही है। इस योजना का लाभ मिलने से महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत व आत्मनिर्भर बनेंगी। वह खुद की और अपने परिवार की छोटी-मोटी जरूरतों के लिए अब दूसरों के भरोसे नहीं रहेंगी। इसे लेकर पूरे प्रदेश में उत्साह का माहौल है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार इसी माह योजना की पहली किस्त प्रदेश की महिलाओं के खाते में डीबीटी के माध्यम से भुगतान करेगी।
महतारी वंदन योजना की राशि के मिलने से पहले ही महिलाओं ने पैसों का उपयोग कहां करेंगी ये सोच रखा है। नारायणपुर जिले के ग्राम पुसवाल की निवासी 35 वर्षीय श्रीमती रजनी कचलाम बताती हैं कि उनके दो बेटे (अविनाश और मानस) हैं। वह योजना के तहत् मिलने वाली राशि का उपयोग अपने बच्चों के पढ़ाई-लिखाई और उनके स्वास्थ्य के लिए करेंगी। उन्होंने बताया कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उनके बच्चों 8वीं कक्षा के बाद ही उनको अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी। अब वह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहती हैं।
श्रीमती रजनी ने कहा कि यह योजना मेरे लिए वरदान बनकर आई है, अब इस योजना से उनके अंदर अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए नई आस जागी है। श्रीमती रजनी ने बताया कि योजना से मिलने वाली राशि का उपयोग वह अपने बच्चों को पढ़ाई कराकर उनका भविष्य संवारने और उनके सपने पूरे करने में करेंगी। उन्होंने यह भी बताया कि उनका छोटा बेटा मानस (2 साल 6 माह) मध्यम गंभीर कुपोषित है, अब योजना में तहत् मिलने वाली राशि के माध्यम से वह मानस को पौष्टिक पोषण आहार खिला कर उसके स्वास्थ्य में सुधार करेंगी। उन्होंने महतारी वंदन योजना को कल्याणकारी बताते हुए इस योजना के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को धन्यवाद दिया है।