राहुल गांधी ने 4 जून को शेयर बाजार में हुई गिरावट को बड़ा घोटाला करार दिया. कांग्रेस नेता ने गुरुवार को आरोप लगाया कि इससे निवेशकों के 30 लाख करोड़ रुपये डूब गए. उन्होंने संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से मामले की जांच कराने की मांग की है.
कांग्रेस मुख्यालय में राहुल गांधी ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, वित्त मंत्री ने स्टॉक मार्केट पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि एक जून को झूठे एग्जिट पोल आए और तीन जून को स्टॉक मार्केट सारे रिकॉर्ड तोड़ देता है, फिर चार जून को परिणाम आते ही बाजार धराशायी हो गया. निवेशकों के 30 लाख करोड़ डूब गए. उन्होंने पूछा पीएम, गृहमंत्री ने चुनाव के बीच निवेश की सलाह क्यों दी. स्टॉक मार्केट से फायदा उठाने वाले विदेशी निवेशक कौन हैं. निवेश की सलाह और एग्जिट पोल में क्या रिश्ता है.
इसकी जांच करे राहुल
भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से शेयर बाजार में गिरावट को घोटाला बताने पर पलटवार किया. पार्टी का कहना है कि राहुल गांधी अभी तक हार की हताशा से उबरे नहीं हैं.
भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि राहुल चाहते हैं कि शेयर बाजार में भय का वातावरण बने और बाजार में निवेश न हो इसके लिए साजिश रच रहे हैं. गोयल ने कहा, चार जून को परिणाम के दिन विदेशी निवेशकों ने शेयर बेचा और भारतीय निवेशकों ने उसे खरीदा. एक प्रकार से भारतीय निवेशकों ने कमाई की. इसमें किसी का नुकसान नहीं हुआ. उन्होंने राहुल गांधी के आरोपों को निराधार बताया.
उन्होंने कहा कि देश का बाजार पूंजीकरण यूपीए शासन में 67 लाख करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 415 लाख करोड़ रुपये हो चुका है, इससे घरेल और, खुदरा निवेशकों को सबसे ज्यादा लाभ हुआ.