प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिस्र के सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ से सम्मानित किया गया. इस दौरान चार सहमति पत्र और समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. इससे पहले दोनों देशों ने व्यापार, खाद्य सुरक्षा और रक्षा क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की. मोदी ने कहा, उनकी यात्रा से मिस्र से मित्रता और मजबूत हुई है. मोदी देर रात भारत लौटे. हवाई अड्डे पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनका स्वागत किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ सम्मान के लिए मिस्र सरकार को धन्यवाद देता हूं. यह भारत और हमारे देश के लोगों के प्रति उनके सद्भाव और स्नेह को दर्शाता है.
सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर जोर प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत किया. दोनों नेताओं ने राजनीतिक और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर जोर देते हुए व्यापक वार्ता की. साथ ही अपने संबंधों का दर्जा रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ा दिया.
इन मुद्दों पर बात मोदी की यात्रा पर विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग से जुड़े विषयों पर वार्ता की. दोनों नेताओं ने राजनीतिक एवं सुरक्षा सहयोग, रक्षा सहयोग, व्यापार एवं निवेश संबंध, वैज्ञानिक और अकादमिक सहयोग बढ़ाने तथा दोनों देशों के लोगों के बीच संबंध और मजबूत करने पर जोर दिया. विदेश सचिव ने कहा, दोनों देशों ने कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों, स्मारक, पुरातात्विक स्थलों के संरक्षण और प्रतिस्पर्धा कानून पर तीन और समझौते किए.
अल-हाकिम मस्जिद का दौरा प्रधानमंत्री मोदी ने काहिरा स्थित 11वीं सदी की ऐतिहासिक अल-हाकिम मस्जिद का भी दौरा किया. दाऊदी बोहरा समुदाय की मदद से तीन माह पहले इसका जीर्णोद्धार किया गया है.
सम्मान इसलिए खास
‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ सम्मान उन राष्ट्राध्यक्षों को दिया जाता है, जिन्होंने मिस्र या मानवता की अमूल्य सेवा की हो. यह शुद्ध सोने से बना है. इसमें वर्गाकार सोने की तीन इकाई हैं. पहली इकाई बुराइयों से बचाने का विचार बताती है. दूसरी इकाई नील नदी द्वारा लाई समृद्धि का प्रतीक है जबकि तीसरी इकाई धन,सहनशीलता के संदर्भ में है.