पिछले महीने कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर का रेप करके हत्या कर दी गई थी। डॉक्टर के परिवार वाले अभी भी इंसाफ की गुहार लगाते उसकी राह देख रहे हैं। इस दौरान अब पीड़ित परिवार ने एक बड़ा खुलासा कर दिया है। परिवार का आरोप है कि पुलिस ने शुरुआत में केस को दबाने के लिए उन्हें रिश्वत देने की कोशिश करी थी। जब राज्यभर में विरोध हो रहा था और तुरंत कार्रवाई की मांग की जा रही थी, उसी समय पुलिस ने पैसे देकर मामला खत्म करने का प्रयास किया।
पीड़िता के पिता ने बताया कि जब वे अस्पताल में हो रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल थे, पुलिस ने बिना पूरी जांच किए पैसे देकर मामला खत्म करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उन्हें शव देखने की अनुमति नहीं दी गई और पोस्टमार्टम के समय पुलिस स्टेशन में इंतजार कराया गया। बाद में, एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने उन्हें पैसे देने की पेशकश की, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया।
परिवार का कहना है कि वे अपनी बेटी के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रहे डॉक्टरों का समर्थन कर रहे हैं। इस मामले को संभालने के तरीके को लेकर कोलकाता पुलिस की आलोचना हो रही है। यह सवाल भी उठ रहा है कि आरोपी संजय रॉय अस्पताल में आसानी से कैसे घूमता था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह पैसे लेकर अवैध रूप से मरीजों के लिए सुविधाएं उपलब्ध करवाता था।
घटना के बाद से सोशल मीडिया और सड़कों पर भी काफी गुस्सा देखा जा रहा है। लोग विरोध मार्च कर रहे हैं और हाथों में तख्तियां लेकर इंसाफ की मांग कर रहे हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है, और पश्चिम बंगाल विधानसभा में एक नया एंटी रेप कानून भी पास किया गया है, जिसमें रेप पीड़िता की मौत पर दोषियों को मौत की सजा का प्रावधान है।