रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 सितंबर, 2024 को रायपुर (दुर्ग)-विशाखपट्टणम वंदे भारत उद्घघाटन स्पेशल एक्सप्रेस को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया गया । केन्द्रीय रेल सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योंगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े । रायपुर (दुर्ग)-विशाखपट्टणम वंदे भारत स्पेशल एक्सप्रेस को रायपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 07 से रवाना किया गया । रायपुर (दुर्ग) – विशाखपट्टणम वंदे भारत एक्सप्रेस रायपुर, महासमुंद, खरीयार रोड, काटाभाँजी,टीटलागढ़, केसिंगा, रायगड़ा, पार्वतीपुरम, विजयनगरम और विशाखपट्टणम को जोड़ने वाली छत्तीसगढ़ की दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस है । वर्तमान में इस खंड में चलने वाली अन्य ट्रेनें दुर्ग से विशाखपट्टणम के बीच की दूरी को लगभग 11 घंटे में तय करती है ।दुर्ग-विशाखपट्टणम वंदे भारत दुर्ग एवं विशाखपट्टणम के बीच की दूरी को 8 घंटे में तय करेगी, जिससे लगभग 3 घंटे समय की बचत होगी ।
20 सितम्बर 2024 से गाड़ी संख्या 20829/20830 दुर्ग-विशाखपट्टणम-दुर्ग वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सेवा सप्ताह में छह दिन (गुरुवार को छोड़कर) दोनों छोर से संचालित की जाएगी । यह ट्रेन दुर्ग और विशाखपट्टणम जैसे दो प्रमुख शहरों को जोड़ती है, जो पर्यटन और व्यापार के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं। इससे इन क्षेत्रों में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही साथ चिकित्सा एवं शिक्षा के क्षेत्र में भी यह ट्रेन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी ।
रायपुर (दुर्ग) – विशाखपट्टणम वंदे भारत स्पेशल एक्सप्रेस के शुभारंभ रायपुर स्टेशन पर उत्साहपूर्वक स्वागत किया गया । इस दौरान स्कूली बच्चों में जबरदस्त उत्साह नजर आया , शिक्षकों एवं अन्य यात्रियों द्वारा इस गाड़ी के यात्रा अनुभव को साझा किया गया । यात्रियों ने बताया कि यात्रा के दौरान उन्हे बहुत ही सुरक्षित, आरामदायक एवं विमान जैसा यात्रा का अनुभव हुआ । आज शुभारंभ के दौरान इस ट्रेन में रायपुर से लगभग 500 स्कूली बच्चे, रायपुर रेल मंडल के स्काउट गाइड के बच्चे, आंध्रा एसोसिएशन , मंडल रेल उपयोगकर्ता समिति के सदस्य, रेलवे यूनियन, बैंक ,गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ,सीमेंट प्लांट, डाक विभाग एवं दूरसंचार के अधिकारी, सहायक (रेलवे कुली), टूरिज्म विभाग, एनटीपीसी, भिलाई स्टील प्लांट, शासकीय, जनप्रतिनिधियों के प्रतिनिधि, मीडिया के सदस्यों , वृद्ध आश्रम के बुजुर्ग, किन्नर ने यात्रा की ।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में कई विशेष विशेषताएं हैं, जिनमें शामिल हैं: – रफ़्तार: वंदे भारत एक्सप्रेस अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे (99 मील प्रति घंटे) तक की गति प्राप्त कर सकती है, दुर्ग – विशाखापट्टनम वंदे भारत एक्सप्रेस वर्तमान में 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलती है, जिससे प्रमुख शहरों के बीच यात्रा का समय कम करने में मदद मिलती है । आराम: वंदे भारत एक्सप्रेस में पर्याप्त पैर रखने की जगह के साथ रिक्लाइनिंग सीटें हैं । सुरक्षा: वंदे भारत एक्सप्रेस में कई सुरक्षा विशेषताएं हैं, जिनमें स्वचालित दरवाजे, स्मोक अलार्म, सीसीटीवी कैमरे, बायो-वैक्यूम शौचालय और कवच सिग्नलिंग तकनीक शामिल हैं । कनेक्टिविटी: वंदे भारत एक्सप्रेस में स्वचालित प्लग दरवाजे और ऑनबोर्ड वाई-फाई की सुविधा है ।सुविधाएं: वंदे भारत एक्सप्रेस में आपदा रोशनी, अग्नि बचाव केबल और वेंटिलेशन सहित उन्नत सुविधाएं दी गई हैं । एयर कंडीशनिंग: वंदे भारत एक्सप्रेस में बैक्टीरिया मुक्त एयर कंडीशनिंग प्रणाली है । बाढ़ सुरक्षा: वंदे भारत एक्सप्रेस में विद्युत उपकरणों के लिए बाढ़ से अधिक सुरक्षा की व्यवस्था है । केंद्रीकृत कोच-निगरानी प्रणाली: वंदे भारत एक्सप्रेस में सभी प्रकार की बिजली और जलवायु नियंत्रण के लिए एक केंद्रीकृत कोच-निगरानी प्रणाली है ।
• कवच से सुसज्जित ।
• 160 किमी प्रति घंटे तक तेज़ त्वरण और अर्ध उच्च गति संचालन ।
• यात्री आवाजाही के लिए पूरी तरह से सीलबंद गैंगवे एवम् स्वचालित प्लग दरवाजे ।
• एग्जीक्यूटिव क्लास में घूमने वाली सीटों के साथ रिक्लाइनिंग एर्गोनोमिक सीटें और आरामदायक सीटें ।
• हर सीट के लिए मोबाइल चार्जिंग सॉकेट ।
• हॉट केस, बोतल कूलर, डीप फ्रीजर और हॉट वॉटर बॉयलर के प्रावधान के साथ मिनी पैंट्री ।
• दिव्यांग यात्रियों के लिए डीटीसी में विशेष शौचालय ।
• प्रत्येक कोच में आपातकालीन खुलने योग्य खिड़कियाँ और अग्निशामक यंत्र ।
• सभी कोचों में सीसीटीवी ।
• सभी कोचों पर आपातकालीन अलार्म पुश बटन और टॉक बैक इकाइयाँ ।
• बेहतर अग्नि सुरक्षा – विद्युत अलमारियाँ और शौचालयों में एयरोसोल आधारित आग का पता लगाने और दमन प्रणाली ।
• वॉयस रिकॉर्डिंग सुविधा और क्रैश हार्डेंड मेमोरी के साथ ड्राइवर-गार्ड संचार ।
• आपदा लाइटें – आपातकाल के मामले में प्रत्येक कोच में 4 संख्या ।
• प्रत्यक्ष और विसरित प्रकाश ।
• कोच के बाहर रियर व्यू कैमरे सहित 4 प्लेटफार्म साइड कैमरे ।
• वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण के लिए उपयोग की गई कुल धनराशि 1400 करोड़ रुपये है ।
यह ट्रेन पूरी तरह से भारत में निर्मित है, जिससे यह “मेक इन इंडिया” एवं आत्मनिर्भर भारत पहल का हिस्सा बनती है। यह भारत की बढ़ती तकनीकी और औद्योगिक क्षमता को दर्शाती है ।