दिल्ली विधानसभा चुनाव में अगले साल कुछ दिलचस्प घटनाक्रम हो सकते हैं। आम आदमी पार्टी के बाद अब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) ने भी अपने उम्मीदवारों की घोषणा शुरू कर दी है। ओवैसी ने दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बना दिया है, जिससे राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है।
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ओवैसी के इस कदम पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ताहिर हुसैन पर हमला करते हुए कहा कि ऐसे व्यक्ति को चुनाव में उतारकर दिल्ली के हिंदुओं को चुनौती दी जा रही है, जो दिल्ली दंगों के आरोपी हैं। मिश्रा ने आरोप लगाया कि ताहिर हुसैन ने हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की साजिश रची थी और इसके बाद अब ओवैसी उन्हें चुनावी मैदान में उतारकर एक खतरनाक संदेश दे रहे हैं।
ताहिर हुसैन, जो पहले आम आदमी पार्टी (AAP) से पार्षद थे, 2020 के दिल्ली दंगों में शामिल होने के आरोपों का सामना कर रहे हैं। उनके घर से पेट्रोल बम और पत्थर मिलने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जिसके बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था। हालांकि, दिल्ली की एक अदालत ने इस साल मई में ताहिर को जमानत दे दी थी, लेकिन वह अभी भी जेल में बंद हैं, क्योंकि वह अन्य मामलों में भी आरोपी हैं, जिनमें मनी लॉन्ड्रिंग और सांप्रदायिक दंगों के लिए साजिश रचने का आरोप है।
अब ताहिर हुसैन ने एआईएमआईएम जॉइन कर लिया है और ओवैसी ने इसे सोशल मीडिया पर साझा करते हुए कहा कि उनके परिवार और समर्थकों ने पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है। ओवैसी का यह कदम राजनीति में एक नई दिशा में विवाद पैदा कर सकता है, खासकर दिल्ली के आगामी चुनावों को लेकर।