NEET Exam 2024: देश के बड़े मेडिकल कालेजों में प्रवेश हेतु हुई नीट परीक्षा अब विवादों में आ गई है। परीक्षा में कुछ फर्जीवाड़ा होने का आरोप लगा है। देशभर से अब परीक्षा को रद्द करने की मांग तेज हो रही है। लेकिन जिन छात्रों ने कड़ी मेहनत से परीक्षा में अच्छे अंक पाए हैं, वो इससे बेहद परेशान है।
रायपुर: विशेषज्ञों की माने तो मेडिकल की तैयारी करने एक से डेढ़ लाख रुपये तक छात्रों की वार्षिक कोचिंग की फीस है। छात्र-छात्राएं कई वर्षों तक परीक्षा की तैयारी के लिए लगातार कड़ी मेहनत में लगे रहते हैं। तब कहीं जाकर उन्हें सफलता मिलती है। प्रवेश परीक्षा हेतु देश की इतनी बड़ी परीक्षा की मान्यता होने के बाद भी ऐसी स्थिति थोड़ी चिंतित करने वाली है।
एनटीए की ओर से छात्रों को पहली बार ग्रेस मार्क दिए गए हैं। इस नियमों पर भी अब सवाल उठने लगे हैं।देशभर से कुल छह परीक्षा केंद्रों के 1,563 छात्राें को ऐसे ग्रेस मार्क दिए गए हैं, जिनमे छत्तीसगढ़ से बलौदा बाजार और दंतेवाड़ा आदि भी शामिल है।
यहां पांच सौ से भी अधिक छात्रों ने यह परीक्षा दी है। 650 अंक पाने के बाद भी छात्रों को सरकारी कालेज में प्रवेश मिल जाने की कोई गारंटी नहीं है। पिछले के वर्षों में 550 अंक लाने वाले छात्रों को भी अंतिम राउंड तक की काउंसिलिंग से सरकारी कालेज में प्रवेश मिलने की उम्मीद रहती थी।
छात्रों के मनोबल में पड़ता है गहरा असर
एलन करियर इंस्टीट्यूट छत्तीसगढ़ के सेंटर हेड कुणाल सिंह की तरफ से कहा गया है कि NEET Exam 2024 के परिणाम में बहुत सी गड़बड़ियां पाई है। छात्रों के भविष्य से ये खिलवाड़ है। छात्रों के मनोबल पर इस तरह के कार्य से प्रतिकूल असर पड़ता है।अपनी अच्छी मेहनत के दम पर 650 अंक पाने वाले छात्रों को भी सरकारी कालेज मिलना मुश्किल है।
इससे बड़ी दुर्भाग्यजनक स्थिति और क्या हो सकती है। जो पूरे 720 अंक लाने वाले छात्र है उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ मेडिकल इंस्टीट्यूट एम्स दिल्ली में प्रवेश नहीं मिलेगा। तो छात्रों पर क्या बितेगी। हमारे देशभर में कई ब्रांचेस है।
एनटीए से हम दोबारा परीक्षा कराने की मांग भी कर चुके हैं। अभी भी ज्यादा समय नहीं गुजरा है। छात्र एक बार फिर से अपनी बढ़िया तैयारी कर परीक्षा दे सकते हैं। देश के बहुत सारे कोचिंग इंस्टीट्यूट की ओर से भी नीट परीक्षा को रद्द करने की मांग की जा चुकी है।
अगले सप्ताह तक क्लियर होगा
एनटीए की राज्य समन्वयक अधिकारी प्रतिमा राजगौर ने बताया कि सब अगले सप्ताह तक क्लियर हो जाएगा। इसके लिए जांच कमेटी एनटीए की तरफ से गठित कर दी गई है।
मेरिट लिस्ट में एक ही केंद्र से बहुत सारे छात्रों का आना भी थोड़ा संदेहास्पद है। जिसकी जांच हो रही है।जिन भी केंद्रों में परीक्षा कुछ देरी से शुरू हुई है, वहां के छात्रों को अतिरिक्त समय और मिलना चाहिए था।ऐसे ग्रेस मार्क देना ठीक नहीं है।