Narendra Modi: 1962 के बाद यह पहली बार होगा जब कोई नेता लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेगा।
स्वतंत्रता के बाद पैदा होने वाले पहले पीएम
26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इसके साथ ही वह भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पैदा होने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए।
अमेरिकी संसद का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जून 2023 को अपने दौरे पर दूसरी बार अमेरिकी सदन को संबोधित किया था। इससे पहले वह 8 जून 2016 को भी अपने अमेरिका दौरे पर अमेरिकी सदन के संयुक्त सत्र को संबोधित कर चुके थे। जून 2023 में अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते ही उन्होंने महान नेता नेल्सन मंडेला की बराबरी कर ली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन कुछ चुनिंदा महान नेताओं की बराबरी कर ली, जो दो या दो से ज्यादा बार अमेरिकी संसद को संबोधित कर चुके हैं। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति और रंगभेद के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले महान नेता नेल्सन मंडेला और इस्राइल के पूर्व पीएम यित्झाक राबिन भी दो बार अमेरिकी संसद को संबोधित कर चुके हैं। वहीं विस्टन चर्चिल और इस्राइल के मौजूदा पीएम बेंजामिन नेतान्याहु तीन-तीन बार अमेरिकी सदन को संबोधित कर चुके हैं।
राजीव गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी से आगे निकले
इस मामले में पीएम मोदी अपने पूर्ववर्ती राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी के साथ ही मनमोहन सिंह और पीवी नरसिम्हा राव से अपने आगामी अमेरिका दौरे में आगे निकल गए। ये नेता एक-एक बार अमेरिकी सदन के संयुक्त सत्र को संबोधित कर चुके हैं। राजीव गांधी भारत के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 1985 में पहली बार अमेरिकी सदन को संबोधित किया था।
योग सत्र ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
जून 2023 में संयुक्त राष्ट्र में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में योग सत्र ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 21 जून 2023 को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित योग समारोह में सर्वाधिक देशों के लोगों की भागीदारी का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना था। उनके साथ संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष कसाबा कोरिसी, उप महासचिव अमीना मोहम्मद और न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स भी मौजूद थे।
अयोध्या दौरों का रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त 2020 को 28 साल के अंतराल के बाद अयोध्या पहुंचे और एक दिन में एक साथ कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए थे। मोदी राम जन्मभूमि का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। साथ ही, यह पहला मौका है, जब किसी प्रधानमंत्री ने भगवान हनुमान का आशीर्वाद लेने के लिए हनुमान गढ़ी का दौरा किया। मोदी 1992 में अयोध्या आए थे और अयोध्या के जीआईसी मैदान में मुरली मनोहर जोशी के साथ एक सभा को संबोधित भी किया था। इसके बाद उन्होंने रामलला के दर्शन भी किए थे। मोदी तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में ‘तिरंगा यात्रा’ के संयोजक थे, जो दिसंबर 1991 में शुरू हुई थी और 18 जनवरी 1992 को अयोध्या पहुंची थी। यह यात्रा अनुच्छेद 370 को हटाने की मांग को लेकर आयोजित की गई थी।
यूट्यूब पर दो करोड़ सब्सक्राइबर्स वाले पहले नेता बने
दिसंबर 2023 में नरेंद्र मोदी यूट्यूब पर दो करोड़ सब्सक्राइबर्स पाने वाले पहले वैश्विक नेता बन गए। यूट्यूब पर सब्सक्राइबर्स और व्यूज के मामले में पीएम मोदी ने दुनिया के अपने तमाम प्रतिद्वंदी नेताओं को काफी पीछे छोड़ा था। उस वक्त पीएम मोदी के यूट्यूब चैनल पर कुल 450 करोड़ व्यूज थे। उस वक्त पीएम मोदी के बाद दूसरे नंबर पर ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो थे जिनके चैनल पर 64 लाख सब्सक्राइबर्स थे। इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का नाम आता है।
पीएम नरेंद्र मोदी की कुमाऊं यात्रा में बना वर्ल्ड रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अक्तूबर 2023 के उत्तराखंड दौरे के दौरान एक खास और नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना था। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में इसे जगह मिली थी। पीएम मोदी के कुमाऊं दौरे पर कुमाऊं के छोलिया और झोड़ा लोक नृत्य के ढोल दमाऊं लोक वाद्यों के साथ की गई प्रस्तुति को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में जगह मिली थी। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में समुद्र सतह से 5338 फीट (1627 मीटर) की ऊंचाई पर संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित इस अनोखे आयोजन में प्रदेश के तीन हजार लोक कलाकारों ने अपनी पारंपरिक वेशभूषा व लोकगीतों के साथ हिस्सा लिया था।
फलस्तीन और इस्राइल की यात्राएं
फरवरी 2018 में नरेंद्र मोदी ने फिलिस्तीन की यात्रा करके एक और रिकॉर्ड बनाया था। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा पहली बार यात्रा थी। इससे पहले 2017 में इस्राइल की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए थे।
पुतिन-जिनपिंग के बाद सबसे लंबे समय तक जी-20 नेता रहने का रिकॉर्ड बनाएंगे
एनडीए की लगातार तीसरी बार जीतने के साथ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले पांच वर्षों तक रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग के बाद सबसे लंबे समय तक जी-20 नेता बने रहने वाले नेता बन जाएंगे। 6 जून 2024 तक, मोदी ने 26 मई 2014 को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद से 3,664 दिन तक पद पर काम किया है। वह पहले से ही जी20 के तीसरे सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले नेता हैं और अपने रिकॉर्ड को आगे बढ़ाएंगे।