नई दिल्ली: दिल्ली के GTB अस्पताल में एक मरीज और उसके परिजनों द्वारा डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और कर्मचारियों के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है। सोमवार रात यह घटना अस्पताल के न्यूरोसर्जरी विभाग में हुई।
घटना का विवरण
- मरीज ने जांच के दौरान ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज की, धमकी दी और शारीरिक हमला करने की कोशिश की।
- मरीज ने अस्पताल की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया।
रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (RDA) की कार्रवाई
- RDA ने अस्पताल प्रशासन को पत्र लिखकर मरीज और परिजनों के खिलाफ संस्थागत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।
- साथ ही अस्पताल में सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की भी अपील की गई है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
सुरक्षा प्रोटोकॉल की स्थिति
- 16 सप्ताह से सुरक्षा फाइल मंजूरी के लिए अटकी हुई है।
- अस्पताल प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के कड़े उपायों को लागू करने में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
- आरडीए ने सुरक्षा फाइल की मंजूरी की तत्काल कार्रवाई की मांग की है, क्योंकि हाल की घटनाओं ने अस्पताल में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा कर दी है।
क्या कहा आरडीए के अध्यक्ष ने?
डॉ. रजत शर्मा, आरडीए के अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और डॉक्टरों, नर्सों और अन्य कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने के लिए तुरंत कदम उठाने की अपील की है।
यह मामला स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल प्रशासन के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।