हरियाणा बीजेपी की पहली सूची जारी होने के बाद पार्टी के अंदर उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। जिन्हें टिकट मिल गया है वे खुश हैं, लेकिन जिन नेताओं को टिकट मिलने की उम्मीद थी और नहीं मिला, वे नाराज हैं। इस लिस्ट में सबसे बड़ा नाम पूर्व राज्य मंत्री कर्ण देव कंबोज का है। मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद उनके गांव मंधार पहुंचे। सीएम ने जब कर्णदेव कंबोज से हाथ मिलाने की कोशिश की, तो कंबोज ने हाथ पीछे खींच लिया और मुख्यमंत्री को नजरअंदाज कर दिया। इससे साफ होता है कि टिकट न मिलने से उन्हें कितनी ठेस पहुंची है। उनके समर्थक भी बेहद नाराज हैं और उन्होंने भी मुख्यमंत्री के सामने अपनी नाराजगी को जाहिर किया।
कर्णदेव कंबोज को उम्मीद थी कि उन्हें रादौर या इंद्री से टिकट मिलेगा, लेकिन पार्टी ने दोनों ही सीटों पर उनके नाम को नजरअंदाज कर दिया। इसके तुरंत बाद कर्ण देव कंबोज ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। जैसे ही यह खबर पार्टी तक पहुंची, उन्हें मनाने की कोशिश शुरू हो गई।
2019 में कर्णदेव कंबोज ने रादौर विधानसभा से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्होंने पूर्व विधायक श्याम सिंह राणा पर भीतरघात का आरोप लगाया था और अपनी हार के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया था। अब पार्टी ने श्याम सिंह राणा को रादौर से टिकट दे दी है, जिससे कंबोज और भी नाराज हैं। पार्टी अभी उन्हें मनाने की कोशिश कर रही है, लेकिन कंबोज ने आज सुबह 9 बजे रादौर की कंबोज धर्मशाला में अपने समर्थकों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। अब यह देखना होगा कि उनका अगला कदम क्या होगा।