Reaction on CAA: ममता बनर्जी ने कहा कि ये अधिसूचना छः महीने पहले लागू करना चाहिए था. ममता बनर्जी ने कहा कि यदि कोई अच्छी चीज है, तो हम हमेशा समर्थन और सराहना करते हैं, लेकिन जो देश के लिए अच्छा नहीं है, तो हम हमेशा इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे. मुझे पता है कि रमज़ान से पहले आज की तारीख क्यों चुनी गई? ममता बनर्जी ने कहा कि मैं लोगों से शांत रहने और किसी भी अफवाह से बचने की अपील करती हूं.
ममता बनर्जी ने कहा कि पहले मुझे CAA के तहत नियमों को देखने दीजिए. अगर लोगों को नियमों के तहत उनके अधिकारों से वंचित किया जाता है, तो हम इसके खिलाफ लड़ेंगे. यह चुनाव के लिए बीजेपी के प्रचार का हथकंडा है. इसके अलावा ये कुछ और नहीं है.
कांग्रेस ने भी इसे लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त की है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि दिसंबर 2019 में संसद द्वारा पारित नागरिकता संशोधन अधिनियम के नियमों को अधिसूचित करने में पीएम मोदी सरकार को चार साल और तीन महीने लग गए. प्रधानमंत्री दावा करते हैं कि उनकी सरकार बिल्कुल प्रोफेशनल ढंग से और समयबद्ध तरीक़े से काम करती है. सीएए के नियमों को अधिसूचित करने में लिया गया इतना समय प्रधानमंत्री के सफ़ेद झूठ की एक और झलक है.
जयराम रमेश ने कहा कि नियमों की अधिसूचना के लिए नौ बार एक्सटेंशन मांगने के बाद घोषणा करने के लिए जानबूझकर लोकसभा चुनाव से ठीक पहले का समय चुना गया है. ऐसा स्पष्ट रूप से चुनाव को ध्रुवीकृत करने के लिए किया गया है, विशेष रूप से असम और बंगाल में. यह इलेक्टोरल बांड घोटाले पर सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार और सख़्ती के बाद हेडलाइन को मैनेज करने का प्रयास भी प्रतीत होता है.