लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार 2025 के महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने की पूरी तैयारी कर रही है। लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से आएंगे, इसलिए उनकी यात्रा को आसान और सुविधाजनक बनाने के लिए परिवहन निगम ने खास इंतजाम किए हैं।
महाकुंभ स्पेशल बस सेवा:
7000 स्पेशल बसें: श्रद्धालुओं को मेले तक पहुंचाने के लिए 7000 विशेष बसें चलेंगी।
हर 30 सेकंड में बस: भीड़ को देखते हुए हर 30 सेकंड में एक बस उपलब्ध होगी।
550 शटल बसें: संगम के पास श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने के लिए शटल बसें चलाई जाएंगी।
महाकुंभ का तीन चरणों में आयोजन:
पहला चरण: 12 से 23 जनवरी
दूसरा चरण: 24 जनवरी से 7 फरवरी
तीसरा चरण: 8 से 27 फरवरी
महिलाओं और बुजुर्गों के लिए सुविधाएं:
महिला और बुजुर्ग तीर्थयात्रियों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि वे आरामदायक यात्रा कर सकें।
8 अस्थायी बस स्टेशन बनाए जाएंगे:
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शहर के बाहर अस्थायी बस अड्डे बनाए जाएंगे:
झूसी, दुर्जनपुर, सरस्वती गेट, नेहरू पार्क, बेली कछार, बेला कछार, सरस्वती हाइटेक सिटी, लैप्रोसी मिशन
550 शटल बसों की सेवा:
शटल बसें स्थायी और अस्थायी बस अड्डों से संगम के पास के स्थानों तक चलेंगी।
प्रमुख रूट्स पर बस संचालन:
झूसी: गोरखपुर, आजमगढ़, बलिया के क्षेत्रों के लिए।
दुर्जनपुर: झूसी बस स्टेशन के विकल्प के रूप में।
सरस्वती गेट: बदलापुर, शाहगंज, वाराणसी के लिए।
नेहरू पार्क: कानपुर और कौशांबी के लिए।
बेला कछार: लखनऊ, रायबरेली और अयोध्या के लिए।
सरस्वती हाइटेक सिटी: विंध्यांचल, मिर्जापुर के लिए।
लैप्रोसी मिशन: चित्रकूट और रीवा-सीधी के लिए।
यह योजना श्रद्धालुओं को सुगम, सस्ती और आरामदायक यात्रा प्रदान करने के लिए बनाई गई है, ताकि वे महाकुंभ का दिव्य अनुभव आसानी से ले सकें।