प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर हैं। महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को प्रयागराज की दिव्यता और भव्यता को बताने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से विशेष तैयारी की जा रही है। विभाग इसके लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रहा है। इसके तहत शहर का भ्रमण कराने वाले गाइड, टैक्सी चालकों, वेंडर्स और नाविकों का प्रशिक्षण कराया जा रहा है। जिससे ये सभी शहर में आने वाले टूरिस्टों को बेहतर मेहमाननवाजी कर सकें।
60-60 प्रशिक्षुओं के बैच बनाकर ट्रेनिंग दी जा रही
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि पर्यटन विभाग ने इसके लिए कांशीराम पर्यटन प्रबंधन संस्थान लखनऊ और एक अन्य संस्था के साथ एक एमओयू साइन किया है, जिसके अंतर्गत ट्रेनिंग चल रही हैं। टूरिस्टों को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम को चार श्रेणियों में बांटकर 60-60 प्रशिक्षुओं के बैच बनाकर ट्रेनिंग दी जा रही है। हर श्रेणी के लिए विशेष ट्रेनिंग मॉड्यूल बनाया गया है।
ट्रेनिंग डायरेक्टर प्रखर तिवारी बताते हैं गाइड की ट्रेनिंग का पांच दिन का कार्यक्रम है। हमारा प्रयास टूरिज्म रिटेंशन बढ़ाने का प्रयास है। साथ ही टूरिज्म सेंसटाइजेशन का भी लक्ष्य है। इस कार्यक्रम में प्रशिक्षुओं को शहर के अलग-अलग टूरिस्ट प्वांइट्स के बारे में जानकारी दी जाती है। प्रशिक्षु गाइड्स को किसी टूरिस्ट प्वाइंट की क्या विशेषता है यह बताने के लिए स्टोरी टेलिंग कैसे करनी है इसका भी प्रशिक्षण दिया जाता है। हर टूरिस्ट स्पॉट के पौराणिक, ऐतिहासिक और धार्मिक विशेषताओं के बारे में यहां जानकारी दी जाती है। ये जानकारी कैसे रोचक तरीके से टूरिस्ट को बतानी है यह भी यहां सिखाया जाता है। इस दौरान अगर किसी पर्यटक की तबीयत बिगड़ जाती है तो कैसे उसे प्रथमिक उपचार देना है इसका भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।