उपराज्यपाल के रंगपुरी दौरे से शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के दावे के बाद एलजी वीके सक्सेना ने उन्हें पत्र लिखकर निशाना साधा। साथ ही, कहा कि 10 साल बाद ही सही दिल्ली की बदहाली पर आंखें खुलीं। दिल्ली के अधिकारियों को अपनी टीम का हिस्सा बताया। यह अधिकारी बीते दिनों रंगपुरी और कापसहेड़ा के दौरे पर एलजी के साथ गए थे।
एलजी ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तेजी से रंगपुरी मामले में तेजी दिखाई। उसी तेजी से किराड़ी, बुराड़ी, संगम विहार, गोकुलपुरी, मुंडका, नांगलोई, रानीखेड़ा, कलंदर कॉलोनी सहित अन्य इलाके के दौरे पर भी दिखाई देनी चाहिए थी। साथ ही, ऐसे स्कूलों की तरफ ध्यान देते, जहां एक ही कमरे में दो कक्षा के छात्र को अदृश्य शिक्षक पढ़ाते हैं।
ढाई साल से उठा रहा हूं मुद्दा
एलजी ने आरोप लगाया कि पिछले ढाई साल के दौरान हुई चर्चा व दूसरे माध्यम से दिल्ली की समस्याओं को बताया। उनका समाधान करने का अनुरोध किया। इसमें यमुना में प्रदूषण, नजफगढ़ नाले की सफाई, सीवर लाइनों की डीसिल्टिंग, सड़कों की जर्जर हालत, पानी की कमी, अस्पतालों के निर्माण में देरी, वायु प्रदूषण सहित दूसरे बड़े कारण हैं। लेकिन इन दिशा में आज तक इन पर कोई काम नहीं हुआ। एलजी ने आरोप लगाया कि यमुना में इस साल प्रदूषण का स्तर सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इसके लिए व्यक्तिगत रूप से एलजी ने केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया है। उनका दावा है कि सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाल कर यमुना में हो रही सफाई के कार्य पर रोक लगवाई थी।