कोलकाता। सीबीआई महिला डॉक्टर से दरिंदगी के मामले में गिरफ्तार कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष का नार्को एनालिसिस टेस्ट कराना चाहती है। इसके लिए सीबीआई घोष को गुजरात ले जाने की योजना बना रही है।
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय जांच एजेंसी इसके लिए सियालदह कोर्ट में आवेदन करने की तैयारी में है। इसके लिए आरोपित की सहमति आवश्यक है। बता दें कि नार्को एनालिसिस टेस्ट में सोडियम पेंटोथल नामक एक दवा को अभियुक्त के शरीर में इंजेक्ट किया जाता है। यह दवा कृत्रिम निद्रावस्था या बेहोशी की अवस्था के साथ कल्पना को निष्प्रभावी कर देती है।
सवालों के दिए भ्रामक जवाब
सम्मोहक अवस्था में अभियुक्त को झूठ बोलने में असमर्थ समझा जाता है और उससे आशा की जाती है कि वह सच बोलेगा। केंद्रीय जांच एजेंसी सूत्रों के मुताबिक संदीप घोष ने पॉलीग्राफ टेस्ट व लेयर्ड वाइस एनालिसिस टेस्ट के दौरान घटना से जुड़े महत्वपूर्ण सवालों के भ्रामक जवाब दिए हैं। इसी कारण जांचकर्ताओं को लगता है कि उनके कुछ बयानों की जांच की जानी चाहिए।
पालीग्राफ टेस्ट संदिग्धों और गवाहों के बयानों में अशुद्धियों का आकलन करने में मदद कर सकता है। वहीं लेयर्ड वाइस एनालिसिस टेस्ट का इस्तेमाल आरोपित के झूठ बोलने पर उसकी प्रतिक्रिया का पता लगाने के लिए किया जाता है। यह तकनीक झूठ की पहचान नहीं करती, लेकिन जवाब के दौरान आवाज में तनाव और भावनात्मक संकेतों की पहचान करती है।