कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उनकी पार्टी और विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के पक्ष में भीतर ही भीतर लहर चल रही है. उन्होंने कहा कि यह गठजोड़ लोकसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत हासिल करने से रोकने में सफल रहेगा.
खड़गे ने कहा कि लोग उनके समर्थन में लड़ रहे हैं. उन्होंने भाजपा तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता सत्ता पक्ष की विचारधारा के खिलाफ लड़ रही है. कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि लोगों को लगता है कि यह लड़ाई अब लोकतंत्र और संविधान को बचाने की है और वे उनकी पार्टी को समर्थन दे रहे हैं. खड़गे ने कहा, देशभर में यात्रा करने के बाद हम यह महसूस कर रहे हैं कि हमारे पक्ष में भीतर ही भीतर लहर चल रही है. कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन के सहयोगियों को इस बार अधिक सीट मिलेंगी. हम भाजपा को सत्ता में आने के लिए आवश्यक सीट हासिल करने से रोकने में सफल रहेंगे. मुझे लगता है कि भाजपा सरकार नहीं बना पाएगी. केवल हम ही नहीं, बल्कि जनता भी हमारे लिए लड़ रही है.
भाजपा संविधान में लिखी बातों का पालन नहीं कर रही
इस चुनाव में आरक्षण और संविधान को दो प्रमुख चुनावी मुद्दों के रूप में उभरने की पृष्ठभूमि में खड़गे ने कहा कि यह सवाल नहीं है कि कौन जीत रहा है. उनका कहना था, यह किसने कहना शुरू किया कि संविधान को बदलने के लिए हमें दो-तिहाई बहुमत चाहिए और 400 पार चाहिए. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी आरक्षण की बात की है. वे संविधान में जो लिखा है उसे हटा नहीं सकते, लेकिन उन्हें लागू नहीं कर रहे. वे संविधान बदलना चाहते हैं, क्योंकि वे वहां अपने और आरएसएस के लोगों को नियुक्त करना चाहते हैं, जो योग्य भी नहीं हैं.
महंगाई और बेरोजगारी प्रमुख मुद्दे बनकर उभरे
खड़गे का कहना है कि लोग महंगाई और बेरोजगारी से परेशान हैं. इसलिए इस चुनाव में ये दो प्रमुख मुद्दे बनकर उभरे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा पहले किए गए वादों को भी पूरा नहीं कर पाई है, चाहे वह दो करोड़ नौकरियां देना हो, विदेश से काला धन वापस लाना हो या किसानों की आय दोगुनी करना हो.
हिंदू-मुस्लिम करने का आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा पर राम मंदिर, हिंदू-मुस्लिम और भारत-पाकिस्तान के नाम पर लोगों को बार-बार भड़काने का आरोप लगाया. खड़गे ने कहा, भाजपा ने पहले जनता को भावनात्मक रूप से लूटा और उन्हें उकसाया, लेकिन अब वे समझ गए हैं. वे बार-बार राम मंदिर, हिंदू-मुस्लिम और भारत-पाकिस्तान के बारे में बात कर रहे हैं. भाजपा हव्वा खड़ा करती है. वह कांग्रेस द्वारा अतीत में किए गए कार्यों की सराहना भी नहीं करती.