केदारनाथ धाम के कपाट बंद
केदारनाथ धाम के कपाट रविवार को भाई दूज पर्व के अवसर पर शीतकाल के लिए बंद हो गए। इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए और भक्ति भाव से जयकारे लगाए। कपाट बंद होने की प्रक्रिया सुबह 4 बजे से शुरू हुई और विशेष पूजा के बाद सुबह 8:30 बजे इसे औपचारिक रूप से बंद किया गया।
शीतकालीन गद्दीस्थल की यात्रा
कपाट बंद होने के बाद, बाबा केदार की चल उत्सव डोली सेना की बैंड धुनों के साथ ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ के लिए प्रस्थान कर गई। डोली पहले रामपुर पहुंचेगी और वहां रात्रि प्रवास करेगी, फिर गुप्तकाशी और अंत में पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचेगी, जहां छह महीने तक पूजा की जाएगी।
अन्य धामों के कपाट
इससे पहले, गंगोत्री धाम के कपाट शनिवार को बंद हुए थे, और यमुनोत्री धाम के कपाट आज दोपहर 12:05 बजे बंद होंगे। केदारनाथ धाम में 31 अक्टूबर तक श्रद्धालुओं की संख्या 1,601,144 पहुंच गई थी। बद्रीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को और मद्महेश्व के कपाट 20 नवंबर को बंद होंगे।
श्रद्धालुओं की तैयारी
श्रद्धालुओं के लिए यह अवसर विशेष रहा, क्योंकि कपाट बंद होने से पहले मंदिर को 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। अब श्रद्धालु अगले छह महीने तक ओंकारेश्वर मंदिर में बाबा के दर्शन कर सकेंगे।