उत्तर प्रदेश: गोरखपुर की झंगहा पुलिस ने रविवार को एक खौफनाक अपराधी को गिरफ्तार किया, जो महिलाओं पर जानलेवा हमले कर अपनी दरिंदगी को अंजाम दे रहा था। आरोपी अजय निषाद, 20 साल, झंगहा के राजधानी टोला मंगलपुर का रहने वाला है। यह मामला पांच महीने से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था, लेकिन अब सीडीआर और सीसीटीवी कैमरे की मदद से अजय की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया गया है।
जैसे ही पुलिस ने अजय के करतूतों का खुलासा किया, इलाके में दहशत फैल गई। आरोपी ने अपना गुनाह कबूल किया और बताया कि उसे महिलाओं को दर्द से तड़पते हुए देखना बहुत अच्छा लगता है। इसके पीछे की वजह उसकी पहली प्रेमिका से मिले धोखे को बताया। 2022 में प्रेमिका ने उस पर दुष्कर्म का आरोप लगाकर उसे छह महीने तक जेल में डलवाया। जेल से छूटने के बाद उसका घृणा और नफरत से भरा मन महिलाओं के प्रति और भी उग्र हो गया।
अजय की अपराध की शैली बेहद शातिर थी। वह रात के अंधेरे में सुनसान जगहों पर स्थित घरों में घुसता था, जहां महिलाएं सो रही होतीं। फिर वह किसी हथियार से उनका सिर और चेहरा हमला कर देता था। अजय ने इसे आत्मसंतुष्टि माना। इस दौरान पुलिस बार-बार घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा, जिससे वह लगातार पुलिस को चुनौती देता रहा।
अजय ने इस दौरान सूरत में पेंट पालिश का काम किया, और हर बार घटना को अंजाम देने के बाद वहां छिपकर चला जाता था। वह जुलाई और अगस्त में तीन हमले कर चुका था, और फिर तीन महीने तक सूरत में रहा। नवंबर में त्योहारों के समय उसने फिर से दो हमले किए, जिनमें एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई।
13 नवंबर को, सीसीटीवी में अजय की पहचान हुई और पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस की। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और उसकी करतूतों का पर्दाफाश किया। अजय ने स्वीकार किया कि उसे महिलाओं पर हमला करके खून देखना अच्छा लगता था, और इस तरह उसने पांच महीनों में पांच महिलाओं पर हमला किया था, जिसमें एक की मौत हो चुकी थी।
इस मामले में पुलिस की टीमें लगाई गई थीं और अपराधी को पकड़ने के लिए सीडीआर और सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए थे। अब इस दरिंदे की गिरफ्तारी से इलाके में शांति है, लेकिन यह घटना यह सवाल भी उठाती है कि कैसे एक इंसान का दिल इतनी घृणा से भर सकता है।