स्पेस-X ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के GSAT-N2 सैटेलाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। यह सैटेलाइट अमेरिका के केप कैनावेरल से फाल्कन 9 रॉकेट की मदद से भेजा गया। इस सैटेलाइट का वजन 4,700 किलोग्राम है, जो भारतीय रॉकेटों की क्षमता से अधिक होने के कारण इसे स्पेस-X की मदद लेनी पड़ी।
GSAT-N2: भारत का डिजिटल भविष्य
इंटरनेट सेवाओं में क्रांति: यह एक संचार सैटेलाइट है, जो भारत के दूरदराज इलाकों और हवाई जहाजों में इंटरनेट सुविधा प्रदान करेगा।
उड़ानों में इंटरनेट: अब भारतीय हवाई क्षेत्र में उड़ान के दौरान भी तेज और स्थिर इंटरनेट की सुविधा मिलेगी।
ब्रॉडबैंड सेवाएं: सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाओं को मजबूत करेगा, जिससे वंचित क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
विशेषताएं
वजन: 4,700 किलोग्राम
बीम तकनीक: इसमें 32 बीम हैं, जो छोटे और बड़े क्षेत्रों को कवर करती हैं।
डिजिटल कनेक्टिविटी: यह सैटेलाइट डिजिटल विकास को गति देकर देश की आर्थिक प्रगति को बल देगा।
यह पहली बार है जब भारत ने अपने सैटेलाइट लॉन्च के लिए स्पेस-X का सहारा लिया है। इससे न केवल तकनीकी विकास होगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग को भी मजबूती मिलेगी।