प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को एक नए जोश और आत्मविश्वास के साथ भारत को एक उभरती हुई शक्ति के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनिया में अस्थिरता और अनिश्चितता का दौर चल रहा है, भारत न केवल एक आशा की किरण बना हुआ है, बल्कि यह उम्मीद का संचार भी कर रहा है। एनडीटीवी द्वारा आयोजित सम्मेलन में मोदी ने गर्व से कहा कि भारत हर क्षेत्र में अभूतपूर्व तेजी से विकास कर रहा है, और इसका पैमाना और गति दोनों ही आश्चर्यजनक हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “जब दुनिया चिंताओं से घिरी हुई है, भारत में चर्चा का विषय ‘भारत की शताब्दी’ है। भारत आज सिर्फ एक विकासशील देश ही नहीं, बल्कि एक उभरती हुई वैश्विक शक्ति भी है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भले ही भारत के सामने भी अपनी चुनौतियां हैं, लेकिन यहां की सकारात्मकता और प्रगति की भावना दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रही है।
मोदी ने 125 दिनों में उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए बताया कि सरकार ने गरीबों के लिए 3 करोड़ घरों का निर्माण किया, 9 लाख करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की शुरुआत की, और 15 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इसके साथ ही, भारत ने सेमीकंडक्टर, डिजिटल भविष्य और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों का भी आयोजन किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज भारत न केवल अपने विकास पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है, बल्कि विश्व मंच पर अपनी मजबूत उपस्थिति भी दर्ज करा रहा है। यह विश्वास की उस नींव को दर्शाता है, जो पूरी दुनिया भारत पर रख रही है।”