Haryana विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इतिहास रचते हुए हैट्रिक बना ली है। यह 1966 में राज्य के गठन के बाद पहली बार हुआ है कि किसी पार्टी ने लगातार तीन बार सत्ता में वापसी की है। इस जीत ने हरियाणा की राजनीति में भाजपा की पकड़ को और मजबूत कर दिया है। खास बात यह है कि ज्यादातर राजनीतिक विश्लेषक इस बार कांग्रेस की जीत की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन नतीजों ने सबकी भविष्यवाणियों को उलट कर रख दिया।
योगेंद्र यादव भी रह गए दंग
चुनाव से पहले कांग्रेस को भारी बहुमत मिलने की भविष्यवाणियां की जा रही थीं। नामी राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव ने भी कांग्रेस की जीत का दावा किया था। लेकिन जब नतीजे सामने आए, तो वे खुद हैरान रह गए। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हरियाणा के नतीजे मेरे लिए बेहद चौंकाने वाले हैं। मैंने सोचा था कांग्रेस आगे है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।”
यहां देखे उन्होंने क्या कहा
हरियाणा चुनाव का अप्रत्याशित परिणाम देखने के बाद से दोस्तों के फ़ोन आ रहे हैं: ‘क्या हुआ, इसे कैसे देखा जाए, आगे का रास्ता क्या है?’
मेरा जवाब: pic.twitter.com/cmIfpiKsqU
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) October 8, 2024
कांग्रेस का अस्वीकार
नतीजों से कांग्रेस में खलबली मच गई। पार्टी के नेता जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि नतीजे जनता की इच्छा के विपरीत हैं। उन्होंने कहा, “ये नतीजे हमारी उम्मीदों के उलट हैं। यह हेरफेर की जीत है, पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया की हार है और हम इन नतीजों को स्वीकार नहीं कर सकते।”
Haryana के इस चुनाव ने जहां भाजपा को एक ऐतिहासिक जीत दी है, वहीं कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका साबित हुआ है। चुनावी खेल में इस बार की बाजी भाजपा ने मार ली, और यह जीत राजनीति के विशेषज्ञों के अनुमान से बिल्कुल अलग निकली।