Hacking Row : कांग्रेस, टीएमसी, AAP समेत कई पार्टियों के नेताओं ने दावा किया है कि उन्हें अपने फोन और ईमेल पर Apple की ओर से अलर्ट आया है. उन्हें चेतावनी दी गई है कि सरकार उनके फोन और ईमेल को हैक करने की कोशिश कर रही है. इसको लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मेरा फोन ले जाओ, मैं दे देता हूं अपना फोन, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन हम नहीं झुकेंगे, हम लड़ते रहेंगे. राहुल ने कहा पहले मैं सोचता था कि सरकार में नंबर-1 प्रधानमंत्री हैं, दूसरे पर अदाणी और तीसरे पर अमित शाह हैं, लेकिन ये गलत है। सरकार में नंबर-1 अदाणी हैं, पीएम मोदी दूसरे नंबर पर हैं और अमित शाह तीसरे पर।
राहुल गांधी ने सुनाई राजा की कहानी
कांग्रेस नेता ने एक पुराने राजा की कहानी सुनाते हुए कहा, “सालों पहले हिंदुस्तान में एक राजा होता था. उसके खिलाफ सभी लोग खड़े हो गए थे. जनता, विपक्ष उन पर आक्रमण कर रहा था और वो टेफ्लॉन जैसे थे, उन पर जितना भी आक्रमण करो, कुछ नहीं होता था तो कई साल बाद विपक्ष के लोग एक ऋषि के पास गए और कहा कि बताइए हमें बात समझ नहीं आ रही है. हम इस राजा पर हमला करते हैं, जनता इसके खिलाफ है. कुछ होता ही नहीं है. जितना हम इस पर आक्रमण करते हैं, ऐसा लगता है कि गलत जगह तीर मार रहे हैं. ऋषि ज्ञानी थे, उन्होंने कहा कि ये जो राजा है, उसकी आत्मा इसके अंदर नहीं है. राजा की आत्मा एक तोते में है. उस तोते को जाकर आप पकड़ लीजिए राजा खत्म हो जाएगा.”
राहुल गांधी ने कहा, नरेंद्र मोदी जी की आत्मा अडानी में है. तोता कहीं बैठा और राजा कहीं बैठा है. काफी समय से पूरा विपक्ष राजा पर अटैक कर रहा था, लेकिन हकीकत ये है कि राजा, राजा ही नहीं है. पॉवर किसी और के हाथ में है. अडानी जी के हाथ में है. जैसे ही हम अडानी को टच करते हैं. वैसे ही ईडी, सीबीआई, इंटेलिजेंस एजेंसी. मैं पहले सोचता था कि नंबर वन-पीएम, नंबर 2- अडानी और नंबर 3- अमित शाह. लेकिन अब हमें हिंदुस्तान की पॉलिटिक्स समझ आ गई है. नंबर 1- अडानी, नंबर 2- पीएम और नंबर 3- अमित शाह.
राहुल ने कहा, “हिंदुस्तान की राजनीति हमें समझ आ गई है। अदाणी जी बचकर नहीं निकल सकते। हमने अदाणी को ऐसा घेरा है कि वह बचकर नहीं निकल सकते। इसलिए ध्यान बंटाने की राजनीति हो रही है। कि देश की निगाह, विपक्ष की निगाह पिंजरे में बैठे हुए तोते की ओर न चली जाए।” राहुल गांधी ने आगे कहा, “जितनी टैपिंग करनी हो कर लो। मुझे फर्क नहीं पड़ता। अगर आपको मेरा फोन चाहिए तो मैं अपना फोन दे देता हूं आपको। कम लोग लड़ रहे हैं इसके खिलाफ। लेकिन हम डरने वाले लोग नहीं हैं, लड़ने वाले लोग हैं। हम पीछे नहीं हटेंगे।”