दिल्ली में पिछले दो दिनों से ठंड के साथ-साथ प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। शुक्रवार सुबह 6:30 बजे तक दिल्ली के 40 मौसम केंद्रों में से 8 पर प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, दिन में मौसम साफ रहने और तेज हवा चलने की उम्मीद है, जो कुछ राहत दे सकती है।
प्रदूषण और घने कोहरे के कारण लगातार दूसरे दिन भी दिल्ली में स्थिति गंभीर बनी हुई है। कोहरे की वजह से दृश्यता (विजिबिलिटी) में गिरावट देखी गई, जिसमें सफदरजंग में 700 मीटर और अन्य क्षेत्रों में 300 मीटर की गिरावट आई। इसलिए, दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रैप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) का तीसरा चरण(Grap 3) लागू कर दिया गया है।
शुक्रवार सुबह 8 बजे से दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण कम करने के लिए “Grap 3” लागू किया जा रहा है। इसके तहत:
निर्माण कार्यों पर रोक:
निर्माण और तोड़-फोड़ से जुड़े सभी कार्य बंद रहेंगे। निर्माण सामग्री (जैसे सीमेंट, ईंट) लाने वाले वाहनों पर भी प्रतिबंध है।
कुछ वाहनों पर रोक:
दिल्ली और एनसीआर के गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और नोएडा जैसे इलाकों में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल गाड़ियों का प्रवेश वर्जित होगा। सिर्फ इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसें ही दिल्ली आ सकती हैं।
स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई:
दिल्ली में पांचवीं कक्षा तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे और बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन होगी। बाकी कक्षाओं के लिए स्कूल खुले रहेंगे।
प्रदूषण का स्तर:
दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) गुरुवार को 424 था, जो खतरनाक स्थिति है। इसका कारण वाहन उत्सर्जन, पराली का धुआं और खराब मौसम है।
सड़कों पर और रोकें:
सड़क निर्माण, पेंटिंग, पॉलिशिंग, वेल्डिंग जैसे सभी धूल-मिट्टी वाले काम बंद रहेंगे। सड़कों की सफाई और पानी का छिड़काव किया जाएगा।
गाड़ियों पर खास असर:
बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाली लगभग पांच लाख गाड़ियां नहीं चलेंगी। नियम तोड़ने पर 20,000 रुपये का जुर्माना लगेगा।