नई दिल्ली (13 नवंबर 2024): भारत सरकार ने प्याज की बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सरकार ने बफर स्टॉक से प्याज की अतिरिक्त आपूर्ति बढ़ाने का निर्णय लिया है ताकि दिल्ली और अन्य राज्यों में प्याज की कीमतें स्थिर बनी रहें और उपभोक्ताओं को महंगाई से राहत मिल सके।
मुख्य बिंदु:
- बफर स्टॉक से आपूर्ति बढ़ाने का कदम:
प्याज की आपूर्ति में हाल ही में कुछ रुकावटों के कारण कीमतें बढ़ी हैं। सरकार ने बफर स्टॉक से अतिरिक्त प्याज बाजार में उतारने का निर्णय लिया है, जिससे प्याज की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। - त्योहारों के मौसम में आपूर्ति संकट:
त्योहारी सीजन और मंडियों के बंद होने से प्याज की आपूर्ति में अस्थायी रुकावटें आईं, जिसके कारण दिल्ली और अन्य हिस्सों में प्याज की कीमतें 67 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुँच गईं। - कोल्ड स्टोरेज से सप्लाई:
सरकार ने पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, और दिल्ली जैसे क्षेत्रों में कोल्ड स्टोरेज से प्याज उतारने का निर्णय लिया है ताकि इन क्षेत्रों में आपूर्ति में कोई कमी न आए। - आलू और टमाटर पर भी नजर:
सरकार आलू और टमाटर की कीमतों पर भी नजर बनाए हुए है। जबकि आलू की कीमतें पिछले तीन महीनों से स्थिर हैं, टमाटर की कीमतें हाल ही में गिरने लगी हैं।
क्यों लिया गया यह कदम?
सरकार का उद्देश्य उपभोक्ताओं को महंगाई से राहत देना और त्योहारों के मौसम में खाद्य संकट से बचाव करना है। बफर स्टॉक से अतिरिक्त आपूर्ति और अन्य उपायों के जरिए सरकार प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है।
आगे की योजना:
नेशनल एगेंसी फॉर फार्मर्स एंटरप्राइजेज (NAFED) ने दिल्ली और गुवाहाटी के लिए अतिरिक्त रैक भेजे हैं और अन्य राज्यों में भी प्याज की खेप बढ़ाने की योजना बनाई है, ताकि आपूर्ति में कोई रुकावट न आए।