मुंबई . अडानी-हिंडनबर्ग मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की विपक्षी दलों की मांग के बीच उद्योगपति गौतम अडानी ने मुंबई में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. गुरुवार को दक्षिण मुंबई स्थित पवार के आवास सिल्वर ओक में हुई यह मुलाकात लगभग दो घंटे तक चली.
पवार ने इस महीने की शुरुआत में अडानी समूह का बचाव करते हुए हिंडनबर्ग रिपोर्ट की आलोचना की थी. पवार ने राकांपा के सहयोगी दल कांग्रेस से अलग रुख अपनाते हुए कहा था कि वह अडानी समूह पर लगे आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की तरफ से समिति गठित किए जाने का समर्थन करते हैं. क्योंकि, संयुक्त संसदीय समिति में संख्याबल के हिसाब से सत्तारूढ़ भाजपा का दबदबा होगा, जिसके चलते जांच को लेकर संदेह पैदा होगा. हालांकि बाद में उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी अडानी समूह पर लगे आरोपों की जांच के लिए जेपीसी गठित करने की भाजपा विरोधी दलों की मांग का समर्थन नहीं करती, लेकिन फिर भी वह विपक्षी एकता की खातिर उनके रुख के खिलाफ नहीं जाएगी.
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने शेयर बाजारों के लिए विभिन्न नियामक पहलुओं की जांच के लिए शीर्ष अदालत के एक पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति गठित करने का आदेश दिया था.
समिति हिंडनबर्ग रिसर्च के धोखाधड़ी के आरोपों के बाद अडानी समूह के शेयरों में आई हालिया गिरावट की जांच करेगी. हिंडनबर्ग ने अरबपति अडानी से संबंधित कंपनियों में स्टॉक हेरफेर व लेखा धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. हालांकि, कारोबारी समूह ने आरोपों को खारिज कर दिया था.