राठी गैंग के कुख्यात गैंगस्टर ज्ञानेंद्र ढाका को कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर सीआईएसएफ ने हिरासत में लिया। उसके बैग से दो पिस्टल और 10 कारतूस बरामद हुए। आरोपी पर 25,000 रुपये का इनाम था और वह गैंगवार सहित कई अपराधों में वांछित था।
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
- बैग में पिस्टल: रविवार शाम आरोपी जब मेट्रो स्टेशन पहुंचा, तो उसने अपना बैग एक्स-रे मशीन में डाला।
- सीआईएसएफ की सतर्कता: मशीन में पिस्टल दिखने पर सीआईएसएफ कर्मियों ने बैग और आरोपी को तुरंत हिरासत में ले लिया।
- बरामदगी: तलाशी के दौरान बैग से दो पिस्टल और 10 कारतूस मिले।
- पुलिस को सुपुर्दगी: सीआईएसएफ ने आरोपी को कश्मीरी गेट मेट्रो थाना पुलिस के हवाले कर दिया।
गैंगस्टर का आपराधिक इतिहास
- आरोपी की पहचान ज्ञानेंद्र ढाका (40), निवासी ढिकोली बागपत, उत्तर प्रदेश, के रूप में हुई।
- 25,000 रुपये का इनाम: आरोपी पर पुलिस ने इनाम घोषित कर रखा था।
- 35-40 मामले दर्ज: आरोपी पर हत्या, गैंगवार, और अन्य गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं।
- गैंगवार में भूमिका: साल 2000 में गैंगवार की शुरुआत हुई थी, जिसमें प्रमोद और हाल ही में प्रदीप की हत्या शामिल है।
गैंगवार और हथियारों की जानकारी
- प्रमोद का पिस्टल: आरोपी ने खुलासा किया कि बरामद पिस्टल प्रमोद का है, जिसे पिंटू नाम के व्यक्ति ने उसे दिया था।
- गैंगवार की वजह: गांव में प्रधान चुनाव के दौरान दो गुट बने, जो बाद में हिंसक प्रतिद्वंद्विता में बदल गए।
- गैंगस्टर का ठिकाना बदलना: गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी लगातार जगह बदल रहा था।
पुलिस की कार्रवाई
- रिमांड पर लिया गया: आरोपी को अदालत में पेश कर दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
- गहन पूछताछ जारी: दिल्ली पुलिस की क्राइम और स्पेशल सेल उससे गैंगवार और हथियारों के स्रोत पर पूछताछ कर रही है।
- भविष्य की कार्रवाई: आरोपी से गैंग के अन्य सदस्यों और अपराधों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर सीआईएसएफ की सतर्कता और दिल्ली पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक खतरनाक गैंगस्टर को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। यह गिरफ्तारी गैंगवार से जुड़े अन्य मामलों को सुलझाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।