उज्जैन. ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 24 दिसंबर से 5 जनवरी तक गर्भगृह में भक्तों का प्रवेश पूर्णत: निषेध रहेगा. इस दौरान श्रद्धालुओं को गणेश मंडपम् से भगवान महाकाल के दर्शन होंगे.
सोमवार शाम मंदिर कार्यालय में कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में हुई प्रबंध समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया.
बैठक में समिति ने कई और मसलों पर भी महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं. अब मंदिर में 20 दिसंबर से मोबाइल भी प्रतिबंधित रहेगा, वहीं लड्डू प्रसादी के भाव भी बढ़ाने का निर्णय भी लिया गया है. मंदिर प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि साल के आखिरी सप्ताह में देशभर से हजारों श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने आते हैं. श्री महाकाल महालोक का निर्माण होने के बाद बीते सालों की अपेक्षा इस वर्ष 3 गुना अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है.
भारी भीड़ को देखते हुए समिति ने 24 दिसंबर से 5 जनवरी तक गर्भगृह में भक्तों को प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया है. इसी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है. महाकाल दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु 20 दिसंबर से मंदिर के भीतर मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे. प्रबंध समिति ने भक्तों के मंदिर में मोबाइल ले जाने पर रोक लगाने का निर्णय लिया है.
देश-विदेश से आने वाले भक्तों के लिए अब भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद खरीदना महंगा होगा. प्रबंध समिति की बैठक में लड्डू प्रसाद का भाव 60 रुपए प्रति किलो बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. अब भक्तों को 300 रुपए किलो वाला लड्डू 360 रुपए में मिलेगा.
समिति ने बैठक में निम्न निर्णय लिए हैं-
1. उज्जैन में प्रतिदिन आ रहे हजारों भक्तों के लिए उज्जैन में पहली बार उज्जैन दर्शन के लिए 10 एसी लक्जरी इलेक्ट्रिक बसें हॉप ऑन/ हॉप ऑफ आधार पर लगातार सभी दर्शनीय स्थलों को कवर करती हुई चलाई जाएंगी जिसमें व्यक्ति एक बार टिकट लेकर कितने भी दर्शनीय स्थल के दर्शन ही नहीं कर सकेंगे, बल्कि अपनी मर्जी से जितना आवश्यक हो एक स्थान पर रुक भी सकेंगे.
2. तीनों दिशाओं से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रीपेड बूथ के साथ ही मंदिर के सभी प्रवेश द्वारों के नजदीक जूता स्टैंड/ लॉकर व क्लॉक रूम की सुविधा मिलेगी.
3. शेष मंदिर के शिखर व भवन को भी फसाड लाइट से जगमग किया जाएगा, साथ ही मंदिर व महाकाल लोक को सभी दिशाओं से सौन्दर्यमयी फसाड से सुसज्जित किया जाएगा.
4. मंदिर शीघ्र ही 50 पैरेलल लाइन वाला कॉल सेंटर ‘स्टेट ऑफ द आर्ट’ स्थापित करेगा, जहां श्रद्धालु कुछ सेकंड्स में ही वांछित जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.
5. सुरक्षा की दृष्टि से मोबाइल ले जाने पर 20 दिसंबर से पूर्ण रोक लगेगी जिसकी जानकारी व सूचना आदि के पट्ट सभी आवासीय स्थल, होटल, रिसॉर्ट, अतिथि-निवास, धर्मशाला आदि में अनिवार्य रूप से दी जाएगी. जिससे कि श्रद्धालु परेशान न हों व अपने बैग, झोले, मोबाइल लेकर मंदिर नही आएंगे बल्कि पहले से ही वे सुरक्षित रख सकेंगे.
6. शीघ्रता से दर्शन व समय की बचत हेतु सभी प्रवेश द्वार के समीप रु. 250 व 1,500 की रसीद तुरंत मिलेगी.
7. मंदिर समिति लड्डू प्रसाद 13 रु. प्रति किलो के नुकसान पर ही सभी श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराएगी. वर्तमान में शुद्ध घी के प्रसाद की लागत 373 रु. प्रति किलो होने के बाद भी प्रति किलो दान राशि 360 रु. ही रखी जाएगी.