नई दिल्ली: हैदराबाद की क्रिकेट राजनीति में उथल-पुथल मचाने वाला मामला फिर सुर्खियों में है, जहां पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान और कांग्रेस नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिकंजा कसा है। क्रिकेट के मैदान में अपने शॉट्स से दर्शकों को रोमांचित करने वाले अजहरुद्दीन अब 20 करोड़ की कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के कारण सवालों के घेरे में हैं।
यह मामला तब का है जब अजहरुद्दीन हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) के अध्यक्ष थे। आरोप है कि राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम में डीजल जनरेटर, अग्निशमन प्रणाली और छतरियों की खरीद के लिए आवंटित 20 करोड़ रुपये का गबन किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन पैसों का इस्तेमाल ठीक तरीके से नहीं हुआ और इसका दुरुपयोग हुआ।
हैदराबाद के उप्पल में बने इस क्रिकेट स्टेडियम से जुड़े अन्य वित्तीय अनियमितताओं के मामलों में भी अजहरुद्दीन को पहले ही पुलिस से अग्रिम जमानत मिल चुकी है, लेकिन अब ED ने सीधे तलब कर मामले की गहराई से जांच शुरू की है। अजहरुद्दीन को आज हैदराबाद में ED के कार्यालय में पेश होना होगा।
यह पहली बार नहीं है कि अजहरुद्दीन विवादों के घेरे में आए हैं। सितंबर 2019 में HCA के अध्यक्ष चुने गए अजहरुद्दीन को जून 2021 में फंड की हेराफेरी के आरोपों के चलते अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।