केरल में रहने वाले पावल और जहाद ट्रांसजेंडर कपल हैं. जहाद स्त्री से पुरुष बने ऐसे पहले ट्रांसमैन हैं जो प्रेग्नेंट हैं. दोनों ने जब से इसकी घोषणा सोशल मीडिया पर की है, लोगों में इस मामले के प्रति उत्सुकता बनी हुई है.
उनकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं. देश में ट्रांसजेंडर व्यक्ति के गर्भधारण का ये पहला मामला है. कोझिकोड के सरकारी मेडिकल अस्पताल में अगले महीने इस कपल के बच्चे का जन्म होगा. इस कपल के मुताबिक डिलीवरी के बाद वे ट्रांसमैन बनने की प्रक्रिया और इलाज को जारी रखेंगे.
देश का पहला ऐसा मामला
जहाद जल्द ही बच्चे को जन्म देने वाले हैं. उनके गर्भ में इस समय 8 माह का गर्भस्थ शिशु है. आपको बता दें कि भारत में किसी ट्रांसजेंडर पुरुष के गर्भधारण का ये पहला मामला है. ये जोड़ा 3 साल साथ बिताने के बाद शादी और बच्चे को दुनिया में लाने का फैसला ले पाए. पावल और जहाद ने बच्चे की चाह में हार्मोन थेरेपी भी टाल दी है, जिसके बाद जहाद पुरुष बनने वाले थे. इसके साथ ही जहाद ने सर्जरी को भी आगे के लिए टाल दिया है जिसमें वो स्तन हटाने वाले थे.
क्या ट्रांसजेंडर प्रेग्नेंट हो सकते हैं?
हर ट्रांसजेंडर कपल प्रेग्नेंट हो पाएं ये कहा नहीं जा सकता. जरूरी टेस्ट करवाने के बाद ही डॉक्टर प्रेगनेंसी की संभावना के बारे में बता पाते हैं. ऐसा व्यक्ति जो खुद को पुरुष मानता है लेकिन गर्भाशय के साथ पैदा हुआ है वो गर्भधारण कर सकता है. वहीं ऐसा व्यक्ति जो खुद को महिला मानता है लेकिन उसके शरीर में लिंग और अंडकोष जैसे अंग हैं, तो वो भी पुरुष की तरह अपने पार्टनर के साथ प्रेगनेंसी प्लान कर सकता है. एक्सपर्ट की मानें, तो जिन ट्रांसजेंडर में ओवरी होती है वो आईवीएफ तकनीक से गर्भधारण कर सकते हैं. या ऐसा ओवरी ट्रांसप्लांट के जरिए भी संभव होता है.
जेंडर डिस्फोरिया का शिकार हो जाते हैं ट्रांसजेंडर पुरुष
ट्रांसजेंडर पुरुष होकर प्रेगनेंसी प्लान करना आसान नहीं है. ऐसे व्यक्ति जेंडर डिस्फोरिया (Gender Dysphoria) का शिकार हो जाते हैं. ये एक इसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति अपने जेंडर को बायोलॉजिकल जेंडर से अलग पाता है और सहज महसूस नहीं कर पाता. प्रेगनेंसी के कारण उसकी सेक्सुअल आइडेंटिटी कंफ्यूज रहती है. ट्रांसजेंडर पुरुष का बॉडी स्ट्रक्चर और मानसिक स्थिति एक पुरुष जैसी होती है लेकिन प्रेगनेंसी के कारण वो खुद को महिला की तरह पाते हैं. ये स्थिति ही सबसे बड़ी समस्या है. स्त्री रोग एवं प्रसूता विभाग क्वीनमेरी की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ विनिता दास की मानें, तो मेडिकल साइंस ने भले ही तरक्की कर ली हो और ट्रांसजेंडर पुरुष का प्रेग्नेंट होना संभव हो, लेकिन शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य और चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर इसे बढ़ावा नहीं देना चाहेंगे.
ट्रांसजेंडर पुरुष की मानसिक सेहत बिगड़ सकती है
जब एक महिला गर्भवती होती है तो ये सामान्य दौर समझा जाता है. लेकिन जब एक पुरुष ट्रांसजेंडर गर्भावस्था के दौर में आता है, तो उसे कई मानसिक समस्याओं से होकर गुजरना पड़ता है. किसी ट्रांसजेंडर पुरुष का प्रेग्नेंट होना हमारे लिए एक नई बात है. इसे अपनाने में अभी काफी समय लगेगा. बाकि देशों में ऐसे मामलों पर कई शोध हो चुके हैं जिसमें ये बात निकलकर आई, कि ऐसे व्यक्तियों को मेडिकल सुविधाएं लेने में दिक्कत होती है. लोग उनका मजाक बनाते हैं. उन्हें मानसिक प्रताड़ना से गुजरना पड़ता है.