अयोध्या. श्रीरामजन्म भूमि में विराजमान रामलला के निर्माणाधीन दिव्य मंदिर में भूतल का निर्माण अधिकांशतपूरा हो गया है और दिसम्बर के अंत तक प्रथम तल का भी निर्माण पूरा हो जाएगा. भूतल में जहां विराजमान रामलला की प्रतिष्ठा होनी है तो प्रथम तल में राम दरबार की मूर्तियां प्रतिष्ठित की जाएंगी. इसके अलावा तीसरे तल का निर्माण दिसम्बर 2025 में पूरा कर लिया जाएगा.
यह जानकारी श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य की निगरानी कर रहे श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के परियोजना प्रबंधक इं. जगदीश आफले ने दी. तीर्थ क्षेत्र की ओर से मंदिर निर्माण की प्रगति का अवलोकन कराने के लिए मीडिया कर्मियों को परिसर में आमन्त्रित किया गया था. जगदीश आफले ने बताया कि बाकी काम समयबद्ध ढंग से पूरा कर लिया जाएगा.
एलएंडटी के परियोजना निदेशक वीके मेहता के मुताबिक नागर शैली में निर्माणाधीन इस मंदिर की विशेषता है कि सिंहद्वार से गर्भगृह के ऊपर शिखर तक निर्माण बढ़ते क्रम में है. गर्भगृह का शिखर सबसे ऊपर 161 फीट ऊंचा होगा.
राम मंदिर में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश व निकास का द्वार अलग-अलग निर्धारित कर दिया गया है. पूरब दिशा से प्रवेश के बाद दक्षिण दिशा से निकासी होगी. वहीं दूसरे तल पर दर्शन के लिए सीढ़ियों का निर्माण भी कराया जा रहा है. इसके अलावा वीवीआईपी एवं दिव्यांगों के प्रवेश एवं निकास के लिए उत्तर दिशा में द्वार का निर्धारण किया गया है. यहां लिफ्ट के निर्माण के अतिरिक्त रैंप का निर्माण कराया जा रहा है.
मंदिर निर्माण में लगे इंजीनियरों का दावा,समयबद्ध ढंग से पूरा होगा काम, प्रवेश और निकास के लिए अलग द्वार, तीसरे तल का निर्माण दिसंबर 2025 में पूरा होगा